सामानांतर सिनेमा के जनक और फिल्ममेकर श्याम बेनेगल अब हम हमारे बीच नहीं हैं। भारत ही नहीं दुनियाभर में सिनेमा के मार्गदर्शक के रूप में उन्हें हमेशा के लिए याद किया जाएगा।
वैसे तो श्याम बेनेगल की हर रचना नायाब है मगर टीवी शो ‘भारत एक खोज’ उनकी अतुलनीय रचना है। ईटीवी में प्रकाशित एक रिपोर्ट उनके इस शो से जुड़ी कई वास्तविकताओं पर रौशनी डालती है।
यह शो देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की किताब डिस्कवरी ऑफ इंडिया पर आधारित है जिसने उस समय के लोगों में भरपूर लोकप्रियता हासिल की। इसे दूरदर्शन के आर्काइव में अभी भी यू ट्यूब पर देखा जा सकता है। खास बात यह है कि कोविड के दिनों में एक बार फिर से इस सीरियल को चाहने वालों ने इसे देखा और सराहा है।
प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक़ इस सीरियल में श्याम बेनेगल ने रामायण, महाभारत, चाणक्य, मुगल सल्तनत और आजादी की लड़ाई की कहानी को दिखाया है। श्याम बेनेगल के लिए यह सीरियल बनाना किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं था। इस सीरीयल को बनाने के लिए श्याम बेनेगल ने कई इतिहासकारों और हजारों किताबों की मदद ली थी।
रिपोर्ट के अनुसार, दरअसल, यह सीरियल भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की किताब डिस्कवरी ऑफ इंडिया से बनाया था। इस किताब में नेहरू ने भारत के 5000 साल के इतिहास के दर्शाया है, जिसे श्याम बेनेगल ने अपने टीवी सीरीयल ‘भारत एक खोज’ में दिखाया है।
भारत एक खोज साल 1988 में ऑन एयर हुआ था। भारत एक खोज 53 एपिसोड का एक शो था, जो जवाहरलाल नेहरू की बर्थ एनिवर्सी 14 नवंबर 1988 को पहली बार ऑन एयर किया गया था। इस सीरीज से श्याम बेनेगल ने रूढ़ीवादियों को पीछे छोड़ा था।
पत्र आगे बताता है कि श्याम बेनेगल ने इस सीरीयल को बनाने का सोचा तो उन्होंने इसके लिए 10 हजार किताब 15 दिग्गज इतिहासकार को मदद के लिए साथ में रखा। श्याम बेनेगल नहीं चाहते थे कि सीरियल में इतिहास के एक भी तथ्य पर कोई उंगली उठाए। इसके लिए श्याम बेनेगल ने 40 एक्सपर्ट्स की प्री-प्रोडक्शन टीम को हायर किया था।