यूपी बोर्ड की परीक्षाएं बीते कुछ सालों से फरवरी से शुरू हो जाती थीं। मगर इस बार महाकुंभ की वजह से परीक्षाएं कुछ दिन देरी से हो सकती हैं।
बीते वर्षों में प्रदेश में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं फ़रवरी के अंतिम सप्ताह से शुरू होकर मार्च के शुरू या मध्य तक संपन्न हो रही थीं मगर इस बार परीक्षा का शेड्यूल आगे बढ़ सकता है। यह अनुमान महाकुंभ को देखते हुए लगाया जा रहा है।
महाकुंभ के चलते यूपी बोर्ड की परीक्षा को महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान पर्व के बाद कराने का अनुमान जताया जा रहा है। दरअसल इस बार इस सांस्कृतिक समागम वाले महाकुंभ में भारी संख्या में देश और विदेश से लोगों के आने की संभावना है।
प्रदेश में होने वाले इस आयोजन का असर बोर्ड की परीक्षाओं पर भी पड़ेगा जिससे परीक्षा शेड्यूल को आगे बढ़ाए जाने की बात सामने आई है। गौरतलब है कि पिछले सत्र की 2024 में होने वाली परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू गई थीं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा की ओर से इस बार हाईस्कूल के लिए 27,40,151 परीक्षार्थी, जबकि इंटरमीडिएट के लिए 26,98,446 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।
महाकुंभ का शेड्यूल देखें तो जनवरी की 13 को यह पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से आरंभ होगा। प्रथम शाही स्नान 14 जनवरी को है। संगम तट पर 13 जनवरी से शुरू होने वाला यह पर्व 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान पर्व जारी रहेगा।
महाकुंभ के इस पर्व के दौरान कराए जाने की दशा में परीक्षा के प्रभावित होने के आसार हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश बोर्ड जनसैलाब को देखते हुए इसके शेड्यूल को आगे बढ़ने पर विचार कर सकता है।
क्यूंकि आखिरी स्नान पर्व यानी 26 फ़रवरी से पहले की परिस्थितियां अनुकूल न होने के दबाव से परीक्षा की तिथि इसके बाद ही घोषित किये जाने के आसार हैं। फिलहाल बोर्ड की ओर से अभी तक शेड्यूल जारी नहीं किया गया है और सभी को उसका इन्तिज़ार है।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा की ओर से इस बार हाईस्कूल के लिए 27,40,151 परीक्षार्थी, जबकि इंटरमीडिएट के लिए 26,98,446 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।