उत्तर प्रदेश में जल्दी ही एक नया जिला अस्तित्व में आने वाला है। सूबे के योगी सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। यह उत्तर प्रदेश का 76वां जिला होगा।
उत्तर प्रदेश में एक नए जनपद का जन्म होने वाला है। फरेंदा नाम वाले इस जनपद का भविष्य में नाम वीर बहादुर सिंह जनपद रखा जाएगा।
नेपाल की सीमा से सटा प्रदेश का यह इलाक़ा गोरखपुर और महाराजगंज की कुछ तहसील को मिलाकर बनाया जाएगा। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह इस इलाक़े से थे, जो इस समय उत्तर प्रदेश की महाराजगंज तहसील में आता है।
यह उत्तर प्रदेश का 76वां जिला होगा। उत्तर प्रदेश में गठन के समय 65 जिले थे, जिनकी संख्या बढ़ते हुए 75 हो चुकी है।
यह इलाक़ा भारत सीमा से नेपाल में प्रवेश करने का मार्ग मुहैया कराता है। यहाँ से कुछ दूर नेपाल का एक छोटा एयरपोर्ट भी है। बॉर्डर के समीप होने के कारण यह एक संवेदनशील इलाक़ा है। यहाँ से पाकिस्तान और चीन की गुप्तचर गतिविधियों का खतरा भी बना रहता है।
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस क्षेत्र के विकास को लेकर लम्बे समय से विचार कर रहे थे। प्रदेश सरकार द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक़, महाराजगंज की फरेंदा और गोरखपुर की कैंपियरगंज तहसील को मिलकर फरेंदा को जिला बनाया जाएगा।
इस मामले में नो ऑब्जेक्शन की कार्यावाही पूरी होने के बाद एक सकारात्मक रिपोर्ट उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मीटिंग में पेश की जाएगी, जिसमें फरेंदा तहसील को जिले में बदलने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा।
अस्तित्व में आने के बाद यह उत्तर प्रदेश का 76वां जिला होगा।गौरतलब है कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं। प्रदेश के गठन के समय यहां लगभग 65 जिले थे, जिनकी संख्या बढ़ते हुए 75 हो चुकी है।