ब्रिटेन में विशेषज्ञों ने मंत्रियों से कहा है कि प्राइमरी स्कूल के बच्चों को विज्ञान के बारे में सीखने में मदद करने के लिए आइसक्रीम खाने, सब्जियां उगाने और आटा गूंधने की अनुमति दी जानी चाहिए।
चार प्रमुख वैज्ञानिक निकायों (scientific bodies) ने ब्रिटिश सरकार से तीन से 11 साल के बच्चों के लिए पाठ्यक्रम में अनुभवों की एक श्रृंखला को शामिल करने का आह्वान किया है, जिसमें छाया में खेलना, मिट्टी में गड्ढे खोदना, गार्डन सेंटर्स का दौरा, रीसाइक्लिंग और संगीत वाद्ययंत्र बजाना शामिल है।
रॉयल सोसाइटी ऑफ़ बायोलॉजी में शिक्षा नीति के प्रमुख लॉरेन मैकलियोड ने कहा- “हरे-भरे स्थानों का जश्न मनाकर, कक्षा में सब्जियाँ उगाकर और स्थानीय उद्यान केंद्र में जाकर बच्चे जीवित चीजों के जीवन-चक्र का अनुभव करने के साथ स्वस्थ और टिकाऊ विकल्प बनाने में शामिल हो सकते हैं।
साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) में असमानताओं को कम करने के लिए प्राइमरी स्कूल के पाठ्यक्रम में सुधार का प्रस्ताव दिया है।
रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री में एक शिक्षक और शिक्षा नीति विशेषज्ञ आयलिन ओज़कान कहते हैं- “रसायन विज्ञान के लिए एक सिफारिश यह है कि 11 वर्ष की आयु तक सभी बच्चों को यह समझना शुरू कर देना चाहिए कि तापमान कैसे काम करता है और कैसे गर्म करने और ठंडा करने से चीजें बदल सकती हैं।”
आगे वह कहते हैं- ”एक शिक्षक के लिए इसे समझाने के लिए आइस लॉली से बेहतर और क्या हो सकता है? यह एक सस्ता समाधान है, और इससे बच्चों को, उनकी पृष्ठभूमि चाहे जो भी हो, अपने वैज्ञानिक आत्मविश्वास को विकसित करने का अवसर मिलेगा – यही वह है जो पाठ्यक्रम सुधार का लक्ष्य होना चाहिए।”
सुझाव के ये प्रस्ताव रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री, इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स, रॉयल सोसाइटी ऑफ बायोलॉजी और एसोसिएशन फॉर साइंस एजुकेशन की ओर से दिए गए हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, एक नया प्राथमिक विज्ञान पाठ्यक्रम शुरू किया जाना चाहिए जो कक्षा में “आवश्यक अनुभवों” की एक श्रृंखला प्रदान करता है ताकि सभी बच्चों को वैज्ञानिक अवधारणाओं से जुड़ने का अवसर मिले।
एक्सपर्ट मानते हैं कि सभी बच्चों के पास बगीचे या स्कूल के मैदान तक पहुँच नहीं है और हम चाहते हैं कि बच्चे अपने आस-पास की दुनिया का अनुभव करें और शिक्षकों को रोज़मर्रा की गतिविधियों में विज्ञान लाने के लिए सशक्त बनाएँ।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सीमित प्रत्यक्ष अनुभव वाले बच्चों को निर्विवाद चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह मूल रूप से एक इक्विटी मुद्दा है और बच्चों को ऐसे समृद्ध अनुभव प्रदान करने से इस मुद्दे का समाधान हो जाएगा।