देश के 7 राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए आज मतगणना हो रही है। अभी तक मिलने वाले परिणामों में इंडिया गठबंधन आगे है जबकि भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए को साफ नुकसान नज़र आ रहा है।
हिमाचल प्रदेश के तीन विधानसभा क्षेत्रों के उप-चुनावों में दो पर इंडियन नेशनल कांग्रेस (कांग्रेस) और एक सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है।
सीएम सुक्खू की पत्नी ने इतिहास रच दिया है। सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी और कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश ठाकुर ने भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह को 9,399 मतों के अंतर से शिकस्त दी है। राज्य में विधानसभा की तीन सीट पर उपचुनाव हुए थे।
उत्तराखंड उपचुनाव में भाजपा घाटे में रही है। यहाँ की मंगलौर और बद्रीनाथ सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। मंगलौर में कांग्रेस के काजी निजामुद्दीन ने भाजपा के करतार सिंह भड़ाना पर 5224 वोटों से जीत दर्ज की। वहीं, कांग्रेस के लखपत सिंह बुटोला ने बदरीनाथ उपचुनाव में 5,224 मतों से जीत दर्ज की है।
पंजाब के जालंधर उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की है।यहाँ मोहिंदर भगत ने 37,325 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की है। दूसरे स्थान पर भाजपा के शीतल अंगुराल को 17921 वोट और तीसरे स्थान पर कांग्रेस प्रत्याशी सुरिंदर कौर को 16757 वोट मिले हैं। इस सीट से शिरोमणि अकाली दल और बसपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है।
पश्चिम बंगाल में चार सीटों के लिए हुए उपचुनाव कराये गए थे।पश्चिम बंगाल में विधानसभा की चार सीटों पर भाजपा को भारी झटका लगा है। यहाँ टीएमसी को सभी सीटें जीत ली हैं। यहाँ पहली जीत रायगंज सीट पर मिली। इस सीट पर कृष्ण कल्याणी ने भाजपा के मानस कुमार घोष को 50 हज़ार से ज़्यादा वोटों से हराया।
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी चुनाव जीत गए हैं। भाजपा प्रत्याशी कमलेश प्रताप शाह ने यहाँ कांग्रेस के प्रत्याशी धीरन शाह को 3252 वोटों से शिकस्त दी है।
छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा सीट पर कांग्रेस समर्थकों ने मतों की गिनती दोबारा कराने की मांग की है। यहां कांग्रेस धीरन शाह 17वें राउंड तक आगे चल रहे थे। कांग्रेस का कहना है कि अंतिम दो राउंड में मतगड़ना में गड़बड़ी हुई है।
कमलेश ठाकुर ने देहरा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कुल 32,737 मतों में से 23,338 मत हासिल किए हैं। खास बात ये है कि इस सीट पर तीनों निर्दलीय उम्मीदवारों में से कोई भी 200 मतों से ज़्यादा प्राप्त नहीं कर सका है।
इस उपचुनाव के माध्यम से कमलेश ठाकुर ने पहली बार चुनावी मैदान में अपना कदम रखा और विधायक बनने में सफल रही।ये क्षेत्र कमलेश ठाकुर का मायका है और कांग्रेस ने उन्हें यहाँ से अपना प्रत्याशी बना कर सियासी समझदारी और दूरअंदेशी दिखाई। प्रतिष्ठा दांव पर लगी होने के कारण मुख्यमंत्री सुक्खू के लिए भी यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण था।
गौरतलब है कि देहरा सीट वर्ष 2012 में अस्तित्व में आई है और इस पर पहली बार कांग्रेस ने अपना परमच लहराया है। अस्तित्व में आने के बाद से इस सीट पर भाजपा का कब्जा था।
वहीं बद्रीनाथ विधानसभा सीट भी कांग्रेस के लखपत सिंह बुटोला ने जीत दर्ज की है। यहां बीजेपी के राजेंद्र भंडारी चुनाव हार गए। बद्रीनाथ सीट इससे पहले भी कांग्रेस के ही खाते में थी। लेकिन राजेंद्र भंडारी ने लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी का दामन थाम लिया था। जिस वजह से यह सीट खाली हुई थी। उप चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर बीजेपी को बद्रीनाथ सीट पर मात दी है।