वॉशिंगटन। अमरीका के एक शीर्ष थिंक टैंक ने भारतीय प्रशासनिक सेवाओं में सुधार की जरूरत बताई है। थिंक टैंक कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस के अनुसार भारतीय सिविल सर्विसेज राजनीतिक दखलअंदाजी और पुरानी पड़ चुकी प्रशासनिक प्रक्रियाओं के कारण बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं और इनमें तुरंत सुधार की जरूरत है।
कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस द्वारा जारी रिपोर्ट ‘दी इंडियन ऐडमिनिस्ट्रेशन सर्विस मीट्स बिग डेटा’ में लिखा गया है , ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारतीय प्रशासनिक सेवाएं राजनीतिक दखलअंदाजी, पुरानी पड़ चुकी कार्मिक प्रक्रियाओं और नीति क्रियान्वयन के कारण बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं और इनमें तुरंत सुधार की जरूरत है।’
दो भारतीयों मिलन वैष्णव और सक्षम खोसला द्वारा बनाई गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार को नियुक्ति और पदोन्नति की प्रक्रिया का पुनर्गठन करना चाहिए। इसके साथ ही अधिकारियों के प्रदर्शन आधारित आकलन को सुधारना चाहिए, नौकरशाहों को राजनीतिक दखलअंदाजी से बचाना चाहिए। पचास पन्नों की इस रिपोर्ट के अनुसार राजनीतिक दखलअंदाजी के कारण प्रशासनिक सेवाएं अक्षम हो रही हैं। इसके कारण सर्वश्रेष्ठ अधिकारी हमेशा महत्वपूर्ण पद नहीं पाते जबकि किसी राजनीतिक पार्टी या नेता के प्रति वफादारी दिखाने वाले नौकरशाहों आसानी से अच्छे पद और जल्दी पदोन्नति मिल जाती है। रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि अधिकारियों राजनीतिक प्रभाव से बचाने के ऐसे उपाय करने चाहिए जिनसे व्यक्तिगत जिम्मेदारी को बढ़ावा मिले। थिंक टैंक के अनुसार केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा उन सभी लंबित कानूनों को भी पास कराना चाहिए जो गैरजिम्मदार और लापरवाह नौकरशाहों को बचाते हैं। साथ ही सेवा के दौरान अयोग्य पाए जाने पर अधिकारियों को भी उनके प्रदर्शन के आधार पर अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे देनी चाहिए ताकि सरकारी कार्य में लापरवाही तथा लेट लतीफी न हो।