अमरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप के मामले में औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर रिहा कर दिया गया।
पूर्व अमरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को दक्षिणी राज्य में 2020 के चुनाव परिणामों को पलटने की कोशिश के लिए धोखाधड़ी और साजिश के आरोप में गुरुवार को जॉर्जिया जेल से गिरफ्तार किया गया था।
फुल्टन काउंटी शेरिफ ने अमेरिकी मीडिया को बताया कि जेल में पूर्व राष्ट्रपति की उंगलियों के निशान दोबारा लिए गए।
विदेशी मीडिया के मुताबिक, चुनाव में हस्तक्षेप मामले में ट्रंप को फुल्टन काउंटी जेल में पेश किया गया, जहां अमरिकी इतिहास में पहली बार कैदियों के साथ पूर्व राष्ट्रपति की तस्वीर ली गई, जिसे बाद में जारी किया गया।
सीएनएन के मुताबिक़ जेल के बाहर इकट्ठे हुए प्रदर्शनकारियों को जिला अटॉर्नी फानी विलिस के खिलाफ नारे लगाते हुए सुना जा सकता है, जिन्होंने ट्रम्प और 18 अन्य पर चुनाव में धोखाधड़ी मामले में आरोपी बताया है।
America: पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया सरेंडर, चुनाव में धोखाधड़ी का है मामला
— Jansatta (@Jansatta) August 25, 2023
जॉर्जिया में पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प का आत्मसमर्पण इस वर्ष में चौथी बार है, जब उन्होंने अपने खिलाफ आपराधिक आरोप लगाए जाने के बाद स्वयं स्थानीय या संघीय अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
ट्रम्प को 200,000 डॉलर के बांड के अलावा मामले में सह-प्रतिवादियों या गवाहों को डराने-धमकाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग न करने जैसी अन्य रिहाई शर्तों पर सहमत होने के बाद रिहा कर दिया गया। इन शर्तों पर पहले उनके वकीलों द्वारा बातचीत की गई। इस मौके पर बोलते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें चुनौती देने का पूरा अधिकार है।
बता दें कि जॉर्जिया चुनाव मामले में अमरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उन 19 लोगों में शामिल हैं जिन पर 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में हार को जीत में बदलने की कोशिश में शामिल होने का आरोप है।