फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के लिए रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2023 थी। इसके अलावा 31 दिसंबर 2023 तक भी रिटर्न फाइल किया जा सकता है जिसके लिए करदाता को कुछ पेनल्टी देनी होगी। फिलहाल इस समय कई करदाताओं के पास आईटीआर रिफंड से जुड़े मैसेज आ रहा है।
जिन करदाताओं ने अभी तक रिटर्न फाइल नहीं किया है वह 31 दिसंबर 2023 से पहले रिटर्न फाइल कर सकते हैं। देश में सभी टैक्सपेयर्स के लिए रिटर्न फाइल करना अनिवार्य है। मगर डिजिटल युग में कई जालसाज़ भी साइबर क्राइम के ज़रिये टैक्सपेयर को नुक्सान पहुंचा देते हैं।
करदाताओं के लिए ज़रूरी है कि वह ऐसे किसी भी साइबर क्राइम से बचें जिसमे करदाता के लिए फ्रॉड मैसेज भेज कर उनसे कांटेक्ट किया जाता है।
इन फ्रॉड से बचने के लिए करदाता को कुछ एहतियात बरतने की ज़रूरत है।
अकसर करदाता के पास मैसेज आता है कि उनके टैक्स रिफंड को मंजूरी मिल गई है। रिफंड राशि अपने अकाउंट में चेक करें और अभी तक रक़म नहीं प्राप्त हुई है तो सम्बंधित लिंक पर क्लिक करें। फिर करदाता इस लिंक पर जाकर अपने बैंक अकाउंट डिटेल को अपडेट करता है और यहीं पर वह जालसाज़ी का शिकार हो जाता है।
याद रखें कि पीआईबी फैक्ट-चेक के अनुसार इनकम टैक्स डिपार्टमेंट कभी भी करदाता को टैक्स रिफंड सम्बन्धी कोई लिंक साझा नहीं करता है।
साथ ही हर करदाता के लिए ज़रूरी है कि अपने बैंक की जानकारी किसी अज्ञात वेबसाइट पर देने से बचें। यह आपके बैंक डिटेल्स हथियाने के लिए एक फिशिंग घोटाला हो सकता है।
आयकर विभाग कभी भी ई-मेल के माध्यम से कोई जानकारी नहीं मांगता है। ये भी ध्यान रखें कि विभाग कभी भी पिन नंबर, पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड, बैंक अकाउंट की जानकारी के लिए कोई ई-मेल नहीं करता है।
अगर कभी किसी टैक्सपेयर्स के पास विभाग के नाम पर कोई मेल आता है जो आपको इनकम टैक्स वेबसाइट पर डायरेक्ट करता है तो उसका जवाब कभी नहीं देना चाहिए। ई-मेल में दिए गए अटैचमेंट से सावधान रहें। ये आपके कंप्यूटर को हैक भी कर सकता है।
ITR Refund के नाम पर हो रहा है फ्रॉड, आपके साथ ना हो ऐसा कुछ, तो इन बातों का रखें ध्यान#ITRRefund #ITRRefundFraud #Businesshttps://t.co/CsmaGEd0xG
— Dainik Jagran (@JagranNews) August 11, 2023
ऐसे में कभी भी किसी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। यदि आपके पास कोई लिंक भेजा जाए तो इसपर बैंक अकाउंट या क्रेडिट कार्ड की जानकारी कभी साझा नहीं करनी चाहिए।
आयकर विभाग की तरफ से आने वाले मैसेज में दिये गए लिंक को कॉपी करके ब्राउजर पर पेस्ट ना करें। कभी भी ऐसे फ्रॉड का शिकार होने पर सबसे पहले इसकी जानकारी साइबर सेल को दे।
अकसर तुरंत जानकारी मिलने पर अकाउंट से निकले पैसे जिस भी अकाउंट में ट्रांसफर होते हैं, साइबर सेल उसको फ्रीज कर देता है। फिर साइबर सेल उस बैंक अकाउंट की जांच करता है और फ्रॉड के ज़रिये ली गई रक़म वापस मिल जाती है।