एक सर्वेक्षण से खुलासा हुआ है कि सऊदी अरब में प्रवासियों के लिए दुनिया में सबसे अधिक वेतन है, जबकि रिपोर्ट बताती है कि ब्रिटेन इस समय दुनिया का सबसे सबसे महंगा देश है।
अंतरराष्ट्रीय सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक विदेश में रोजी-रोटी कमाने वालों देशों में सऊदी अरब ने टॉप पोज़िशन ली है। इस ऐतबार से ये रोज़गार के मामले में दुनिया में सबसे अच्छी जगह बन गया है।
विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सऊदी अरब दुनिया के सबसे अच्छे देशों में से एक है जो प्रवासियों को आकर्षक वेतन का भुगतान करता है।
अंतरराष्ट्रीय कंसल्टेंसी ईसीए के मुताबिक सर्वे में यह बात सामने आई है कि मध्य पूर्व के देशों में विदेश से रोज़गार करने आये लोगों की तनख्वाह सबसे ज्यादा है।
सर्वेक्षण से यह भी पता चलता है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष वेतन में 3% की वार्षिक गिरावट के बावजूद, सऊदी अरब में मिडिल मैनेजमेंट औसतन 83,763 पौंड सालाना कमाते हैं, भारतीय मुद्रा में ये रक़म करीब 88 लाख बनती है, जो दुनिया में सबसे अधिक वेतन है।
इसके विपरीत, इस साल ब्रिटेन को विदेशी कर्मचारियों के लिए दुनिया का सबसे महंगा देश घोषित किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय कंसल्टेंसी ईसीए के प्रबंधक ओलिवर ब्राउन के अनुसार अन्य भत्तों और आकर्षक वार्षिक वेतन के कारण उच्च राजस्व के बावजूद सऊदी अरब समग्र रैंकिंग में शीर्ष पर है।
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— Awaz -The Voice हिन्दी (@AwazTheVoiceHin) July 27, 2023
उनके अनुसार, मध्य पूर्व विशेषकर सऊदी अरब में आकर्षक वेतन के कारण प्रवासियों की संख्या में अविश्वसनीय रूप से वृद्धि हुई है। इसके विपरीत ब्रिटेन में वार्षिक वेतन का एक बड़ा हिस्सा करों और अन्य सुविधाओं पर खर्च किया जाता है।
सर्वे की मानें तो ब्रिटेन और जापान के बीच प्रवासियों के वेतन का अंतर बढ़ गया है।
सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यूके में औसत पैकेज, जिसमें वेतन, कर और आवास, अंतर्राष्ट्रीय स्कूली शिक्षा और उपयोगिताओं जैसे अन्य लाभ शामिल हैं, $441,608 है, भारतीय मुद्रा में ये साढ़े तीन करोड़ से ज़्यादा की रक़म है। जबकि वेतन इस पैकेज के कुल मूल्य का केवल 18फीसद है।
इस सर्वेक्षण रिपोर्ट में सऊदी अरब के बाद जापान, भारत और चीन क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर हैं।