चीनी महिला पर्वतारोही तोंग होंगजुआन को आठ हजार मीटर की सभी चौदह चोटियों पर चढ़ने वाली दुनिया की पहली महिला के रूप में मान्यता मिल गई है।
दुनिया की 14 आठ हजार मीटर ऊंची चोटियां हिमालय और काराकोरम पर्वत में स्थित हैं। इन्हे पर्वतारोहण की दुनिया में महत्वपूर्ण चुनौती माना जाता है। चीनी महिला पर्वतारोही तोंग होंगजुआन ने 26 अप्रैल 2023 को शाम 5 बजकर 42 मिनट पर तोंग होंगजुआन की 8,027 मीटर ऊंची शीशापंगमा पर्वत के शिखर पर पहुँचने में कामयाबी पाई। अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोहण प्रमाणन वेबसाइट ने 30 अप्रैलको आधिकारिक तौर पर उन्हें आठ हजार मीटर की सभी चौदह चोटियों पर चढ़ने वाली दुनिया की पहली महिला के रूप में मान्यता दे दी है।
शीशापंगमा पर्वत चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के शिकाजे शहर की न्येलामू काउंटी में स्थित दुनिया की 14वीं सबसे ऊंची चोटी है। यह समुद्र तल से आठ हजार मीटर से अधिक की एकमात्र चोटी है जो पूरी तरह से चीन में स्थित है। दरअसल शीशापंगमा पर्वत तोंग होंगजुआन की 8 हजार मीटर की ऊंचाई वाली 14 चोटियों पर चढ़ने की योजना का अंतिम पड़ाव है।
Chinese mountaineer Dong Hongjuan, 42, has become the first woman to conquer all 14 peaks above 8,000 meters on earth after she successfully ascended the summit of the 8,027-meter Mount Shishapangma on April 26. pic.twitter.com/ylCZ50ADIM
— China Science (@ChinaScience) May 1, 2023
तोंग होंगजुआन ने वर्ष 2013 में माउंट एवरेस्ट की चोटी पर सफलतापूर्वक पहुंची इसके बाद वर्ष 2014 से 2022 तक, उन्होंने क्रमश: 12 अन्य 8 हजार मीटर के पर्वतों पर पर्वतारोहण में सफलता पाई।
पर्वतारोहण के जज़्बे को हमेशा ज़िंदा रखने की ख्वाहिशमंद 42 वर्षीय तोंग होंगजुआन का पर्वतारोहण के साथ संबंध दक्षिण पश्चिमी चीन के सछ्वान प्रांत में सकुन्यांग पर्वत से प्रारम्भ होता है। इस क्षेत्र में उनकी शुरुआत का कारण इस सम्बन्ध में उत्सुकता थी और वह देखना चाहती थी कि 5 हजार मीटर की ऊंचाई कैसी होती है। .यह गोल पूरा हुआ तो तो उनकी इच्छा 6 हजार मीटर और उसके बाद 7 हजार मीटर की ऊंचाई को देखने की हुई। उनका ये शौक़ उन्हें सछ्वान प्रांत से तिब्बत ले आया। तोंग होंगजुआन को जब पता चला कि आठ हजार मीटर पर्वतारोहियों की एक सूची है तो उन्होंने इससे भी कवर करने का प्लान बनाया।
अपने इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए तोंग होंगजुआन ने बीते एक दशक में भरपूर व्यायाम के साथ दौड़ना, चट्टान पर चढ़ना, जारी रखा। तेज़ धुप और बारिश भी उनके जज़्बे को डिगा न सकी।