नई दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कश्मीर जिक्र करते हुए कहा कि जो लोग कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए बच्चों को उकसा रहे हैं, कभी न कभी उन लोगों को इन बेगुनाह बालकों को जवाब देना होगा। मोदी ने कहा कि एकता और ममता ही कश्मीर समस्या के समाधान का मूल मंत्र हैं।
आकाशवाणी पर प्रसारित मासिक कार्यक्रम में रविवार को मोदी ने कहा कि हम सभी देशवासियों, गांव के प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक का मत है कि यदि कश्मीर में अगर एक भी व्यक्ति की जान जाती है, चाहे वह कोई युवा हो या सुरक्षाकर्मी, तो वह हमारा यानी हमारे देश का ही नुकसान है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर पर सभी दलों के साथ संवाद के दौरान एक बात सामने आई। इसे मैं संक्षिप्त में कहूंगा कि एकता और ममता। ये दो चीजें ही वहां की समस्या हल करने का मूल मंत्र हैं।
उन्होंने कहा कि कश्मीर पर सभी राजनीतिक दलों ने एक स्वर में बात की है जिससे पूरी दुनिया में तथा अलगाववादी ताकतों तक संदेश पहुंचा है। इसके साथ ही कश्मीर के लोगों तक हमारी भावनाएं पहुंची हैं। प्रधानमंत्री ने इसे संसद द्वारा पारित महत्वपूर्ण जीएसटी विधेयक की राह के समकक्ष बताया। संसद में जीएसटी विधेयक पर सभी राजनीतिक दलों ने एकजुटता दिखाई थी।
प्रधानमंत्री की इन टिप्पणियों से एक दिन पहले ही जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मोदी से मुलाकात कर तीन सूत्रीय कार्य योजना उन्हें पेश की थी। इस कार्य योजना में सभी पक्षों के साथ बातचीत शामिल है। मोदी ने कहा यह देश बहुत बड़ा और विविधताओं से परिपूर्ण है। इसे एकजुट रखने के लिए एक नागरिक, एक समाज और एक सरकार के तौर पर एकता को उतना अधिक मजबूत करना हम सभी की जिम्मेदारी है जितना कि हम कर सकते हैं। तब ही देश का भविष्य उज्ज्वल हो पाएगा। मुझे देश के 125 करोड़ लोगों की शक्ति पर पूरा भरोसा है।