जनता दल यूनियन के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का 75 साल की उम्र निधन हो गया है। उनकी मृत्यु की पुष्टि उनकी बेटी ने की है। बिहार की राजनीति में एक सक्रीय भूमिका निभाने वाले शरद यादव ने पार्टी को ज़मीनी मज़बूती देने में बड़ा रोल अदा किया था।
शरद यादव का निधन गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में हुआ है। उनकी बेटी सुभाषिनी ने ट्विटर पर अपने पिता की मौत पर शोक व्यक्त किया है। अपने सन्देश में उन्होंने लिखा है कि पापा नहीं रहे।
Sharad Yadav Passed Away: पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव नहीं रहे, पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार#SharadYadav #SharadYadavDied #SharadYadavPassedAway https://t.co/gV5JsprWR8
— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) January 13, 2023
शरद यादव के निधन पर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शोक जताते हुए कहा ” मंडल मसीहा, राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूं। कुछ कह पाने में असमर्थ हूँ। माता जी और भाई शांतनु से वार्ता हुई। दुःख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार परिजनों के साथ है।”
जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का निधन, राष्ट्रपति और पीएम ने जताया दुख
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पहली जुलाई 1947 को होशंगाबाद में में जन्मे शरद यादव बिहार के मधेपुरा से चार बार सांसद रह चुके हैं। पहली बार 1974 में लोकसभा सदस्य बने थे। इससे पूर्व वह वीपी सिंह सरकार तथा वाजपेई सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 1997 में जनता दल के अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी संभाली।
शरद यादव ने भारतीय संसद के ऊपरी सदन राज्य सभा में संसद सदस्य के रूप में और बिहार विधान सभा में विधान सभा के सदस्य के रूप में कार्य किया है। उन्होंने जनता दल (यूनाइटेड) पार्टी के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। उन्होंने भारत सरकार में केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री की ज़िम्मेदारी भी निभाई है। उन्हें जनता दल (यूनाइटेड) पार्टी के प्रमुख नेताओं में स्थान दिया जाता है।