प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि जापान फिर कभी युद्ध नहीं करेगा। ये बात प्रधानमंत्री ने द्वितीय विश्व युद्ध के समापन की 77 वीं वर्षगांठ पर कही है।
विदेशी समाचार एजेंसी की एक खबर के अनुसार पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने पहले भाषण में किशिदा ने कहा कि जापान युद्ध की त्रासदी को न दोहराने के अपने संकल्प को दोहराता है।
प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान और उससे पहले एशिया में जापानी सेना द्वारा किए गए अपराधों का उल्लेख नहीं किया।
2013 से शिंजो आबे ने युद्ध के दौरान जापान के अत्याचारों के लिए माफी मांगना बंद कर दिया था। 1995 से यह परंपरा रही है कि जापानी प्रधान मंत्री 15 अगस्त को द्वितीय विश्व युद्ध की वर्षगांठ पर माफी मांगते थे।
यह प्रक्रिया स्वर्गीय प्रधान मंत्री शिंजो आबे द्वारा शुरू की गई थी, जिन्होंने कभी भी जापानी सेना की क्रूरता का उल्लेख नहीं किया था।
अपने भाषण में वर्तमान प्रधान मंत्री किशिदा ने ज्यादातर जापान के नुकसान पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने अमेरिका द्वारा हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बमों का जिक्र किया।
याद रहे कि 2013 से शिंजो आबे ने युद्ध के दौरान जापान के अत्याचारों के लिए माफी मांगना बंद कर दिया था। 1995 से यह परंपरा रही है कि जापानी प्रधान मंत्री 15 अगस्त को द्वितीय विश्व युद्ध की वर्षगांठ पर माफी मांगते थे।