ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। जॉनसन द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने तथा वैश्विक चुनौतियों पर विचार के साथ यूक्रेन में संकट आदि मुद्दों पर बात करने के लिए आये हैं।
इस बीच वह कई कारोबारी समझौतों की घोषणा करेंगे। बोरिस इसके अलावा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार के माध्यम से निवेश को बढ़वा देंगे। ब्रिटेन के उच्चायोग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक़ भारत और ब्रिटेन भारतीय कारोबार सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से लेकर स्वास्थ्य क्षेत्र में करीब एक अरब पाउंड के नए निवेश और निर्यात समझौतों की पुष्टि करेंगे। इस निवेश से ब्रिटेन में लगभग 11,000 नौकरियां पैदा होने के आसार हैं। ।
उन्होंने उम्मीद जताई कि इस मजबूत भागीदारी से हमारे लोगों को नौकरियां, वृद्धि और अवसर मिल रहे है जो आने वाले वर्षों में और बढ़ेगी। जॉनसन के हवाले से उच्चायोग ने स्पष्ट किया भारत में उन्हें असीम संभावनाएं देखने को मिली जिसे दोनों देश की भलाई के रास्ते खुलेंगे। इसके साथ अगली पीढ़ी के 5जी टेलीकॉम्स से लेकर एआई और स्वास्थ्य अनुसंधान तथा नवीनीकरण ऊर्जा में नयी भागीदारियों तक ब्रिटेन और भारत दुनिया का नेतृत्व कर है।
उच्चायोग के हवाले से ये जानकारी भी दी गई ब्रिटेन में निर्मित चिकित्सा उपकरणों के भारत में निर्यात को आसान बनाने के लिए नए कदमों का ऐलान किया जायेगा। इससे जहाँ एक ओर ब्रिटेन में नौकरियां बढेंगी वहीँ ब्रिटिश चिकित्सा प्रौद्योगिकी कंपनियों को भारत में अपने जीवनरक्षक उत्पाद बेचने के अवसर मिलेंगे। वर्तमान में जिसका आयात बाजार 2.4 अरब पाउंड है। उच्चायोग द्वारा ये जानकारी भी दी गई है कि इस समझौते से 2030 तक व्यापार और निवेश दोगुना होने की संभावना है।