उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने एंट्री ले ली है। गुरुवार को छठे चरण की वोटिंग में ममता बनर्जी पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ रैली करेंगी।
7 मार्च को सातवें चरण के लिए काशी सहित 54 सीटों पर वोटिंग होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री 2 मार्च की शाम वाराणसी पहुंचेंगी। अगले दिन वह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव केस साथ एरही गांव में जनसभा को संबोधित करेंगी। इस रैली में सपा गठबंधन के साथी राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर और अपना दल की कृष्णा पटेल की भी मंच पर मौजूदगी होगी।
माना जा रहा है कि इस चुनाव में यह विपक्ष की सबसे बड़ी रैली होगी जिसे छठे चरण की वोटिंग के बीच शक्ति प्रदर्शन के रूप में पेश किया जाएगा।
माना जा रहा है कि इस चुनाव में यह विपक्ष की सबसे बड़ी रैली होगी जिसे छठे चरण की वोटिंग के बीच शक्ति प्रदर्शन के रूप में पेश किया जाएगा। इससे पहले 8 फरवरी को ममता बनर्जी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। तब ममता बनर्जी ने बीजेपी को हराने और सपा गठबंधन को जितवाने की अपील की थी।
सपा पदाधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक़ 3 मार्च को ममता बनर्जी एक रोड शो भी करेंगी। वाराणसी आने के बाद वह शाम को दशाश्वमेघ घाट पर गंगा आरती में शामिल होंगी और फिर काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचेंगी।
काशी से आने वाले बीजेपी के प्रवक्ता अशोक पांडेय ने इस पर टिपण्णी करते हुए कहा है कि टीएमसी का यूपी में कोई आधार नहीं है। इसलिए टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की वाराणसी में रैली से पूर्वांचल के चुनाव पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। ममता बनर्जी और अखिलेश यादव की रैली क्षेत्र में कोई राजनीतिक समीकरण नहीं बदलने जा रही है।