इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि भारत के मौजूदा नेतृत्व के ‘धार्मिक राष्ट्रवाद’ के कारण उनके साथ सार्थक बातचीत की कोई संभावना नहीं है।
इमरान खान ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर विवाद को इस क्षेत्र के विकास और समृद्धि में सबसे बड़ी समस्या के रूप में देखा जा रहा है। इस पर इमरानने कहा, “भारत के साथ सार्थक बातचीत तब तक असंभव है, जब तक वहां की सरकार इस विचारधारा से प्रेरित है।
भारत और पाकिस्तान दोनों देश संयुक्त रूप से आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन के खतरे के खिलाफ लड़ सकते हैं।
अपनी बात में इमरान खान ने कहा- “मुझे उम्मीद है कि किसी दिन भारत में एक तर्कसंगत सरकार हो सकती है, जिसके साथ तर्कसंगत और समझदार चर्चा के माध्यम से विवादों का समाधान किया जा सकेगा।” उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत और पाकिस्तान दोनों देश संयुक्त रूप से आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन के खतरे के खिलाफ लड़ सकते हैं।
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि प्रमुख क्षेत्रीय शक्तियों के टकराव के चरमपंथी दष्टिकोण की ओर बढ़ने पर गंभीर चिंताएं हैं, ने प्रधानमंत्री की टिप्पणियों का समर्थन किया। उन्होंने कहा, “यह नई प्रतिद्वंद्विता को जन्म दे सकता है और दुनिया को फिर से गुट राजनीति में धकेल सकता है। एक नया शीत युद्ध आकार ले रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का प्राथमिक हित एक शांतिपूर्ण और स्थिर अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की तलाश में है, जो सभी को बोर्ड पर ले जाए। पाकिस्तान शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, सहकारी बहुपक्षवाद और आम सहमति से संचालित परिणामों के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।