नयी दिल्ली 22 दिसंबर : देश के दूसरे हिस्सों में वितरण के लिए दिल्ली के इंदिरा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने कोविड-19 महामारी के टीके के शीत भंडारण समेत सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं।
हवाई अड्डे ने विदेशों तथा देश के दूसरे शहरों से दिल्ली आने वाले और दिल्ली से दूसरे शहरों को जाने वाले टीके के लिए अपने कार्गो ढाँचे का करीब आधा हिस्सा समर्पित कर दिया है। साथ ही 25 डिग्री सेंटीग्रेड से माइनस 20 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान तक के भंडारण भी दिल्ली हवाई अड्डे के कार्गो पर पूरी व्यवस्था की गई है। यदि किसी टीके के भंडारण के लिए माइनस 20 डिग्री सेंटीग्रेड से कम तापमान की जरूरत होगी तो शुष्क बर्फ का इस्तेमाल किया जायेगा।
कोविड के टीके को विमान तक पहुँचाने या विमान से वितरण श्रृंखला में पहुँचने में कम से कम समय लगे इसके लिए विशेष कंटेनर मँगवाये गये हैं और कार्गो टर्मिनल पर ‘ग्रीन चैनल’ तैयार किये गये हैं। दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल) ने कोविड-19 टीके के वितरण की अपनी पूरी तैयारी को ‘प्रोजेक्ट संजीवनी’ नाम दिया है।
डायल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विदेह कुमार जयपुरियार ने हवाई अड्डे पर आज इस परियोजना से जुड़ी तैयारियों के बारे में मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे पर एक साथ 27 लाख टीकों के भंडारण की व्यवस्था है। यदि हर 12 घंटे में इतने ही टीके हवाई अड्डे पर आते हैं और इतने ही यहाँ से आपूर्ति श्रृंखला में आगे चले जाते हैं तो एक दिन में 54 लाख टीकों का वितरण यहाँ से हो सकेगा।
अमेरिका की फाइज़र कंपनी द्वारा बनाये गये टीके के भंडारण के माइनस 70 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान की जरूरत के बारे में पूछे जाने पर श्री जयपुरियार ने कहा कि माइनस 20 डिग्री तक तापमान के लिए बुनियादी ढाँचा दिल्ली के कार्गो टर्मिनल पर पहले से मौजूद है। इससे कम तापमान के लिए शुष्क बर्फ का इस्तेमाल किया जायेगा। शुष्क बर्फ की आपूर्ति करने वालों से भी बात हो चुकी है। उन्होंने बताया कि फाइज़र कंपनी स्वयं कह चुकी है कि उसके टीके शुष्क बर्फ में 30 दिन तक और दो से आठ डिग्री सेंटीग्रेड तापमान पर पाँच दिन तक रखे जा सकते है।