शिमला, पांच दिसम्बर : हिमाचल प्रदेश पुलिस ने लोगों से ऑनलाईन ऐप के माध्यम से कर्ज न लेने की सलाह दी है अन्यथा वे घोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।
प्रदेश साइबर क्राइम पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरवीर सिंह राठौर का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण लाखों लोगों की वित्तीय स्थिति नाजुक हुई है। इसके चलते देश में कर्ज लेने वाले लोगों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि कोविड की वजह से अब ऑनलाइन ऐप का इस्तेमाल लोगों को कर्ज देने के लिए इस्तेमाल होने लगा है। हिमाचल के कई लोगों को इस ठगी का शिकार बनाया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि इसका फायदा उठाकर शातिर ठग फर्जी लोन ऐप बनाकर धोखाधड़ी को अंज़ाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि साइबर थाना शिमला में भी कुछ शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिनमें शिकायतकर्ता द्वारा ऑनलाइन ऐप के माध्यम से कर्ज लिया गया है। लोन का भुगतान करने के बाद भी ये लोग विभिन्न तरह के शुल्क लगाकर कर्ज की राशि बढ़ाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इंटरनेट पर बहुत सारे फर्जी लोन ऐप मौजूद हैं इनमें कई चीनी ऐप भी हैं।
श्री ठाकुर के अनुसार जल्द कर्ज पाने के लिए लोग इन ऐप पर आधार कार्ड नम्बर, पैन, बैंक खाता आदि निजी जानकारी साझा कर रहे हैं। बाद में ये ऐप उस जानकारी के जरिए फर्जीबाड़े को अंजाम दे रही हैं। देश में हजारों की संख्या में लोग इनके शिकार हुए हैं तथा करोड़ों की ठगी इनके साथ की गई है। कर्ज की रिकवरी के लिए ये लोग गुंडागर्दी पर उतारू हो जाते हैं एवं बार-बार फर्जी नम्बर से और व्हाट्सऐप नम्बर से कॉल कर ग्राहक को मानसिक तौर से परेशान करते हैं और इसके इलावा ग्राहक की कांटैक्ट लिस्ट में जितने भी जानकार हैं उन्हें भी कॉल करते हैं, जिससे ग्राहक मानसिक तौर से परेशान हो जाता है।