लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बसपा, सपा और कांग्रेस के छह और विधायक आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये, जिसे अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की ताकत बढने के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा विरोधी दलों ने बहरहाल इस धारणा को भ्रामक करार दिया।
बसपा मुखिया मायावती के खिलाफ बगावत करके पार्टी छोड चुके विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य के अपने दलबल के साथ भाजपा में शामिल होने के तीन दिन बाद आज दूसरे दलों के छह और विधायक भाजपा में शामिल हो गये। इनमें तीन कांग्रेस, दो बसपा और एक सपा के है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने अन्य दलों के जिन विधायकों को आज पार्टी में शामिल किया उनमें कांग्रेस के संजय जायसवाल, विजय दुबे और माधुरी वर्मा, बसपा के राजेश त्रिपाठी और बाला प्रसाद अवस्थी तथा सपा के शेर बहादुर सिंह शामिल हैं।
मौर्य ने कहा कि बसपा, सपा और कांग्रेस में भगदड मची हुई है और भाजपा लगातार अपने लक्ष्य 265 प्लस की तरफ बढ रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा राज में व्याप्त गुण्डागर्दी और कुशासन के खिलाफ भाजपा अकेले दम पर लड रही है। मौर्य ने यह भी कहा कि केन्द्र में सत्तारूढ नरेन्द्र मोदी सरकार देश के साथ ही प्रदेश को विकास के रास्ते पर आगे ले जाना चाहती है। मगर उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा आपस मंे सांठगांठ करके विकास के पहिये को रोक दिया है।