प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बहरैन के प्रसिद्ध विद्वान और वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम की तबियत काफ़ी समय से ख़राब चल रही है और इधर कुछ दिनों के दौरान उनकी शारिरिक स्थिति दिन प्रतिदिन ख़राब होती जा रही है। उनका इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि इस समय आयतुल्लाह ईसा क़ासिम का स्वास्थ्य चिंताजनक है।
बहरैन की जनता लगातार आले ख़लीफ़ा शासन के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रही थी ताकि इस देश की अत्याचारी सरकार, उनके घर की घेराबंदी समाप्त करके उन्हे उपचार के लिए अस्पताल ले जाए। इस बीच रविवार देर रात उनका स्वास्थ्य अधिक बिगड़ने और जनता के भारी दबाव के पश्चात आनन-फ़ानन में बहरैनी सुरक्षाकर्मी उनको एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पता ले गए।
उल्लेखनीय है कि बहरैन की आले ख़लीफ़ा सरकार इस देश के शिया मुसलमानों पर लगातार सात वर्षों से अत्याचार करती आ रही है। आयतुल्लाह ईसा क़ासिम द्वारा आले ख़लीफ़ा शासन के अत्याचारों के ख़िलाफ़ उठाई गई आवाज़ को दबाने के लिए इस देश की सरकार ने शेख ईसा क़ासिम की नागरिकता तक रद्द कर दी और वर्ष 2016 से उनको उनके ही घर में ही नज़रबंद कर रखा है।
बहरैन में सक्रीय मनावाधिकार संगठनों ने हाल ही में कहा था कि आले ख़लीफ़ा सरकरा द्वारा किए जा रहे अमानवीय कृत्यों के कारण शेख़ ईसा क़ासिम का सही से इलाज नहीं हो पा रहा है जिसकी वजह से उनका स्वास्थ्य दिन प्रतिदिन बिगड़ता जा रहा है।
ज्ञात रहे कि बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम की इससे पहले भी एक बार काफ़ी तबियत बिगड़ने के बाद उनको अस्पताल ले जाया गया था जहां उनका आप्रेशन हुआ था, जिसके बाद उनकी जान बच पाई थी।