महाड। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में ब्रिटिश कालीन पुल के ध्वस्त होने के कारण सावित्री नदी में बह गई दो बसों और कुछ अन्य वाहनों से गुरुवार को 11 शव बरामद किए गए। एक शव बस ड्राइवर श्रीकांत कांबले का बताया जा रहा है। बस में उनका 17 साल का एक बेटा भी सवार था जिसके शव की खोज की जा रही है। लेकिन बचाव दल को लापता बस और अन्य वाहन नहीं मिल पाए हैं।
बचाव अभियान में नौसेना और तटरक्षक बल के जवान लगे हुए हैं। बह गई दो बसों में करीब 22 लोग सवार बताए गए हैं। नौसेना के गोताखोरों का गुरुवार को भी अभियान जारी रहा। सघन तलाश और बचाव अभियान के बावजूद कोई भी जीवित व्यक्ति या शव नहीं मिल सका है। माना जा रहा है कि 35 से 40 लोग लापता हो सकते हैं।
इस बीच, महाराष्ट्र राज्य के परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने परिवहन निगम के मृतक कर्मचारियों के एक वारिस को नौकरी और उनके परिजन को 10 लाख रूपए की मदद देने की घोषणा की है।
दिल दहलाने वाले दृश्य
दुर्घटना स्थल पर अब दिल दहलाने वाले दृश्य हैं। लापता लोगों के परिजन और रिश्तेदार अपनों को तलाश रहे हैं। एक शव के बाहर निकलते ही लोग उसमें अपनों का चेहरा खोजते हैं। जब अपना नहीं मिलता है तो निराश हो जाते हैं। लोग नदी के किनारे दौड़ते हैं और उम्मीद रखते हैं कि उनका अपना मिल जाएगा।
न्यायिक जांच की घोषणा की
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को विधानसभा में घोषणा की कि महाड़ पुल दुर्घटना की न्यायिक जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच के लिए मुंबई आईआईटी के तीन विशेषज्ञों की टीम बनाई गई है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना वाली जगह पर कम समय में अत्याधुनिक पुल का निर्माण भी कराया जाएगा।