दीपिका पादुकोण की तरफ इस शख्स ने हाथ बढ़ाया ही था कि दीपिका ने उसे वहीं सबक सिखा दिया। आज जो दीपिका है उसे बचपन से ही मुसीबतों से दूर जाना नहीं बल्कि उनसे डटकर मुकाबला करना सीखा है। शायद उनकी इसी ताकत ने पद्मावत के रिलीज में उनका साथ दिया।
भले ही पद्मावत को संकट की घड़ियों से गुजरना पड़ा लेकिन दीपिका ने हार नहीं मानी। आखिरकार पद्मावत ने बॉलीवुड में खास पहचान बनाई है। आज वो जिस मुकाम पर है दीपिका काबिल ए तारीफ है। यहां तक कि वे युवाओं के लिए मोटिवेशनल गुरू भी मानी जा सकती है। हाल ही में रिलीज पद्मावत में किए शानदार अभिनय से दीपिका को विशेष पहचान मिल गई है।
हाल ही में दीपिका पादुकोण ने इंडिया टुडे को अपना इंटरव्यू दिया है। इस दौरान उनसे पद्मावत के विवादों के बारें सवाल किए गए। उनसे पूछा गया कि फिल्म को लेकर जो आपको धमकियां मिली उस पर आपके परिवार की क्या प्रतिक्रिया रही और आपने कैसे सबकुछ संभाला। इसके जवाब में उन्होनें चौंकाने वाला सच साझा किया।
इंटरव्यू में दीपिका पादुकोण ने अपने बचपन की एक घटना से पर्दा उठाते हुए कहा कि ‘जब मैं 14 साल की थी तो मैं एक शाम अपने परिवार के साथ सड़क पर चल रही थी, शायद हम लोग रेस्टोरेंट से खाना खाकर आ रहे थे। मेरी बहन और मेरे पापा आगे चल रहे थे और मैं अपनी मम्मी के साथ पीछे चल रही थी।
तभी एक आदमी ने आकर मेरे साथ बदतमीजी करना शुरू कर दी, मैं चाहती तो वह सब इग्नोर कर सकती थी लेकिन मैं पीछे मुड़ी और उस शख्स के पास जाकर उसका कॉलर पकड़ लिया