पटना । छह कोच वाली पटना-मोकामा पैसेंजर ट्रेन आधी रात को अचानक बर्निंग ट्रेन में बदल गई। ट्रेन की चार बोगियां आग की लपटों से घिर गई हालांकि हादसे में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।पूर्वी मध्य रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि ट्रेन उस समय स्टेशन यार्ड में खड़ी थी जब उसमें आग पकड़ गई।
पटना-मोकामा मेमू पैसेंजर मंगलवार रात करीब 11 बजे मोकामा स्टेशन पहुंची थी। इसके बाद वह मोकामा स्टेशन के यार्ड में खड़ी कर दी गई। देर रात करीब एक बजे ट्रेन की दो बोगी में आग लग गई। आग को काबू करने के प्रयास में दो और बोगियों को उसने अपनी चपेट में ले लिया।
पटना मोकामा पैसेंजर ट्रेन के चार डिब्बों में भीषण आग लग गई। आग की लपटें इतनी भयानक थीं कि काफी देर तक बोगियां जलती रहीं और उसकी लपटें दूर-दूर तक दिख रही थीं। आग लगने से जहां चार डिब्बे धू-धूकर जल गए वहीं पास खड़े दो इंजन को भी आग ने अपनी चपेट में ले लिया, जिससे अफरातफरी मच गई।
मिली जानकारी के मुताबिक पटना से मोकामा जाने वाली पैसेंजर ट्रेन मोकामा में ही खड़ी थी, उसपर कोई यात्री अबतक सवार नहीं हुआ था। ट्रेन के खुलने का समय सुबह 05:35 बजे सुबह है। उससे ठीक पहले ट्रेन में आग लग गई और धू-धकर चार बोगियां खाक हो गईं। इस भीषण आग से हालाकि किसी के भी हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
मिली जानकारी के मुताबिक जलती ट्रेन के बगल में खड़ी फास्ट पैसेंजर मेमू ट्रेन के भी दो इंजन आग की चपेट में आ गए और वो भी पूरी तरह जलकर खाक हो गए। रेलवे कर्मचारियों की सूचना पर दमकल की टीमें घटनास्थल पर पहुंची और आग पर काबू पाया। यह ट्रेन रोज मोकामा से पटना जाती है और जाने के लिए ट्रेन शंटिंग लाइन पर खड़ी थी तभी आग लग गई।
घटना के बाद रेलवे के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। घटना के बाद डीआरएम ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों ने ट्रेन में आग लगाई है और इसकी जांच की जाएगी। एेसी आशंका है कि ट्रेन में कुछ लोग बैठकर गांजा-स्मैक पी रहे थे जिसकी वजह से आग लगी है। दोषियों की खोजबीन की जा रही है।
पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि दानापुर मोकामा मेमू ट्रेन के खाली रैक नं 63218 के लाइन नंबर 11 पर खड़ी 16 कोच की पैसेंजर ट्रेन में आग लग जाने से यह घटना हुई है जिसमें चार डिब्बे जलकर खाक हो गए।
उन्होंने बताया कि यह ट्रेन मंगलवार की रात में 10.28 मिनट पर मोकामा पहुंची थी। करीब 1.15 में ट्रेन में आग लगने की सूचना मिली जिसके बाद तुरत रेलकर्मियों के साथ आरपीएफ और जीआरपी को घटनास्थल भेजा गया। उन्होंने तत्काल आग पर काबू पाने की कोशिश की और तुरत फ्रायड ब्रिगेड की टीम को बुलाया गया तबतक छह कोच जल चुके थे।
फ्रायड ब्रिगेड की टीम ने सुबह 03.30 मिनट पर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया, ट्रेन के 12 कोच सुरक्षित हैं। इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों का आवागमन सामान्य है। पटना से झाझा को चलने वाली ट्रेनों के परिचालन पर भी कोई असर नहीं है। उन्होंने कहा कि घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं।
घटना के बाद दानापुर के एडीआरएम, अॉपरेशन ने अधिकारियों के साथ घटनास्थल का मुआयना किया है और उनके साथ ही हाजीपुर हेडक्वार्टर के उच्चाधिकारी भी घटना के बाद मौके पर पहुंचे हैं।