चंडीगढ़: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर नाबालिग़ से बलात्कार के मामले में 25 अगस्त (शुक्रवार) को पंचकुला सीबीआई कोर्ट का फ़ैसला आना है. लेकिन दो दिन पहले से ही उनके अनुयायी बड़ी संख्या में चंडीगढ़ से लेकर पंचकुला तक इकट्ठा हो गए हैं. इसको देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से हाईअलर्ट पर है और हरियाणा-पंजाब के कई जगहों पर कर्फ्यू जैसे हालात हैं. हरियाणा के पंचकुला, सिरसा, चंडीगढ़ छावनी में तब्दील हो चुका है. किसी भी अप्रिय स्थिति के लिए अर्धसैनिक बलों की 167 कंपनियों की तैनाती की गई है. सभी बड़े अधिकारियों की छुट्टियां रद्द होने का आदेश जारी कर दिया गया है. फ़ैसले के बाद अगर राम रहीम के समर्थक हंगामा करते हैं तो उनको काबू कर चंडीगढ़ क्रिकेट स्टेडियम में बंद कर दिया जाएगा. स्टेडियम को अस्थाई जेल में बदल दिया गया है. इसके साथ ही ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे से लोगों पर नज़र रखी जा रही है. एसएसबी के जवान और पुलिस हर चप्पे-चप्पे की तलाशी कर रहे हैं. वहीं पंजाब, हरियाणा के अलावा हिमाचल प्रदेश और यूपी की सीमा को भी सील कर दिया गया है. हरियाणा और पंजाब के सभी स्कूल और कॉलेजों को फैसला आने तक बंद कर दिया गया है. इस बीच खट्टर सरकार ने अपने सभी मंत्रियों और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों में रहने और डेरा सच्चा सौदा के प्रतिनिधियों से मिलकर शांति व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश करने के निर्देश दिए हैं.
सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम
गुरमीत राम रहीम की कोर्ट मे पेशी को लेकर अब तक चंडीगड़, हरियाणा और पंजाब में पैरामिलिट्री की 167 कंपनिया तैनात की गई हैं. 10 और कंपनियों की मांग की गई है. एक कंपनी में 100 जवान और अफसर हैं. हर कंपनी मे करीब 35 गन और बाकी नॉन लीथल गन होती हैं. नॉन लीथल गन में डंडा, टियर गैस , मिट्टी वाला ग्रेनेड, वाटर कैनन जैसे हथियार आते हैं. हर कंपनी में महिलाएं भी तैनात की गयी हैं. चंडीगढ़ में 10 कंपनियां तैनात की गई हैं. इनमें 6 कंपनियां रैपिड एक्शन फोर्स की हैं. 40 कंपनियां रिज़र्व रखी गयी हैं. आपात हालात से निपटने के लिए पंचकुला में यहीं से जवान भेजे गए हैं. हरियाणा में 35 कंपनियां तैनात हैं. पंजाब में 75 कंपनियां तैनात हैं. वहीं सेना को तैनात करने पर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है. प्रशासन सेना के संपर्क में है और हर हालात की जानकारी दी जाएगी. फिलहाल पंचकुला में दो लाख से ज्यादा डेरा समर्थक आ चुके हैं. पंचकुला के बाहर डेरा में 40 से 50 हज़ार समर्थक जमा हैं. दो से तीन दिन का रेडीमेड खाना लेकर आए हैं.
खुद ही पेश होंगे बाबा राम-रहीम
सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक डेरा प्रमुख खुद ही कोर्ट में पेश होंगे. पुलिस को यह जिम्मेदारी नहीं दी गई है. डेरा के नाम पर जो भी लाइसेंसी हथियार हैं उन्हें पुलिस थानों में जमा कराया जा रहा है. सरकार अपनी तरफ से कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाह रही है. सूत्र बताते हैं कि अगर जरूरत पड़ी तो कुछ और इलाकों में कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है.