नई दिल्ली, नासा अपने नऐ मिशन के बारे कुछ नई जानकारी देने के लिए तैयार है. नासा का सूरज के वातावरण के बारे में अध्ययन करना चाहता है. इसके लिए वो काफी समय से लगा हुआ है. नासा के सुरज के वायुमंडल में सीधे उड़ान भरने के लिए अपने मिशन के बारे में नई डीटेल बताने के लिए तैयार है.
बता दें कि नासा एक एयरक्राफ्ट को सूर्य पर भेजने की प्लानिंग कर रहा है. यह एयरक्राफ्ट रोबोटिक होगा. नासा अगले साल तक इस एयरक्राफ्ट को सूर्य की ओर भेजने की तैयारी में है. 31 मई को 11 बजे आयोजित एक इवेंट में वैज्ञानिक इसके बारे में घोषणा करेगें. ऐसा बताया जा रहा है कि इस घोषणा में मिशन के बारे में एक नई जानकारी का खुलासा किया जा सकता है. इवेंट शिकागो के विलियम एखर्ड अनुसंधान केंद्र ऑडिटोरियम विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा. ये इवेंट नासा टीवी पर लाइव दिखाया जाएगा.
सूर्य के वातावरण का पता लगाने के लिए जो एयरक्राफ्ट भेजा जायेगा, उसके लिए एक विशेष प्रकार की कार्बन कंपोज़िट शील्ड तैयार की गई है. यह शिल्ड 11.4 सेंटीमीटर की है. इससे 1377 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी एयरक्राफ्ट को सुरक्षा मिलेगी. मैरीलैंड में गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के नासा के एक शोध वैज्ञानिक एरिक ईसाई ने कहा, सूर्य के लिए उड़ान भरने के लिए हमारा पहला मिशन है. यह निश्चित है कि सूर्य के अधिक पास नहीं जाया जा सकेगा. लेकिन सूर्य को लेकर कुछ सवालों के उत्तर पाए जा सकते हैं.
बता दें कि अंतरिक्ष यान सूरज की सतह के 4 मिलियन मील की दूरी तक ही जाएगा. वैज्ञानिकों को सूर्य की बाहरी वायुमंडल, या कोरोना के माध्यम से सौर हवा को समझने मदद मिलेगी. जब तक वैज्ञानिक यह नहीं बता सकते कि सूर्य के नजदीक क्या हो रहा है, तब तक वे अंतरिक्ष मौसम के प्रभाव का सही अनुमान नहीं लगा पाएंगे. नासा का कहना है कि ये मिशन ‘एक विशाल सौर घटना’ का अनुमान लगाने में मदद कर सकता है.