सहारनपुर. सहारनपुर में ठाकुर व दलितों में बवाल, पथराव व फायरिंग में एक की मौत. सहारनपुर में महाराणा प्रताप की मूर्ति पर माल्यार्पण करने को लेकर आज वहां ठाकुर व दलितों के बीच बवाल हो गया। इसके बाद आगजनी के बाद मंदिर में तोडफ़ोड़, पथराव व फायरिंग की घटनाएं होने लगीं। इस हिंसा में ठाकुर बिरादरी से एक नवयुवक की मौत हो गई, जबकि देवबंद कोतवाल चमन सिंह चावड़ा समेत कई घायल हो गए है।
सहारनपुर के थाना बडग़ांव क्षेत्र के अन्तर्गत गांव शब्बीरपुर से आज ठाकुर समाज के लोग समीपवर्ती गांव शिमलाना में महाराणा प्रताप की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए डीजे की धुन पर डांस करते हुए गांव शिमलाना जा रहे थे। जैसे ही यह लोग गांव शब्बीरपुर में दलित बस्ती से निकल रहे थे तो संत रविदास मंदिर के पास डीजे बजाने का दलितों ने विरोध किया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच में वाद विवाद के बाद गाली-गलौज भी होने लगी। इसके बाद पथराव शुरू हो गया। पथराव में दलित की ओर से एक महिला घायल हुई तो दलितों ने उग्र होकर जबदस्त पथराव शुरू कर दिया। ठाकुरों की ओर से संत रविदास मंदिर में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी गई। डा. अंबेडकर की मूर्ति को भी तोड़ा गया। पथराव के साथ-साथ फायरिंग की घटना हुई।
इस पथराव व फायरिंग में सुमित पुत्र धर्मपाल उम्र 26 वर्ष को गोली लगी। गंभीरावस्था में उसे नानौता सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस युवक के मरने की सूचना जैसे ही घटना स्थल पर पहुंची तो वह उग्र हो गए और उन्होंने आठ दलितों के घरों में आग लगा दी। यहां आग बुझाने आई फायर बिग्रेड की गाड़ी में तोडफ़ोड़ की गई। पुलिस की तीन जीप में आग लगा दी गई।
देवबंद कोतवाल चमन सिंह चावड़ा ने उपद्रवियोंं को रोकने का प्रयास किया तो उपद्रवियों ने उन पर भी पथराव किया गया, जिस कारण वह भी घायल हो गए। इस घटना में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। बाद में मंदिर के सामने उपलों के ढेर, कूप में आग लगा दी। डा. अंबेडकर की मूर्ति पर तोडफ़ोड़ की गई। इस दौरान पुलिस बल मूकदर्शक बनी रही। बाद में डीएम एनपी सिंह व एसएसपी सुभाष चंद दुबे भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे, इसके बाद भी गांव में तनाव व्याप्त है। डीआईजी जेके शाही ने मौके पर पहुंचकर आसपास के जनपदों से भारी पुलिस बल मंगवाया है।
कुछ दिन पहले ही डॉ. अंबेडकर की शोभायात्रा निकालने को लेकर सडक दूधली में सांप्रदायिक टकराव हुआ था लेकिन पुलिस प्रशासन की आंख नहीं खुली और आज फिर से टकराव हो गया।