लखनऊ. यूपी में साधुओं के वेश में हमला कर सकते हैं आतंकी, एमपी पुलिस का अलर्ट. उत्तर प्रदेश में आतंकवादी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। मध्यप्रदेश पुलिस ने यूपी एटीएस को बताया है कि आतंकी साधु और तांत्रिक के वेश में बड़े हमले की योजना बना रहे हैं। ये यूपी के मंदिरों, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स को निशाना बना सकते हैं। इनकी टीम में 17 से 18 साल के लड़के हैं। इन्हें बकायदा ट्रेनिंग भी दी गई है। इस जानकारी के बाद पूरे यूपी में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी जोन के आईजी, डीआईजी, जिला कप्तानों और एसएसपी को चौकसी बढ़ाने को कहा गया है। ..
यूपी के नए डीजीपी सुलखान सिंह ने शनिवार को कहा, ”हमारी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। जो जानकारी मिली है, उसकी जांच करने के लिए भी टीमें लगा दी गई हैं।”
एमपी पुलिस से मिले इनपुट्स की कॉपी है। इसमें कहा गया है कि यूपी भेजे गए लड़कों की उम्र 17 से 18 साल है। इन्हें हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों की ट्रेनिंग दी गई है। ये लोग साधु-संतों और तांत्रिक के वेश में हो सकते हैं। फरवरी में 20-25 लड़कों को आतंकी संगठनों ने भारत-नेपाल बॉर्डर से यूपी भेजा है। पुलिस और सिक्युरिटी एजेंसियों से बचने के लिए इन लोगों ने अपना हिंदू नाम रखा है।
अयोध्या, काशी, मथुरा के अलावा आगरा का ताज महल, इलाहाबाद और लखनऊ की हाईकोर्ट बिल्डिंग, विधानसभा, सचिवालय के अलावा अहम इंस्टीट्यूट्स, रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाले बाजार इनके निशाने पर हैं। सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादियों ने हमलों को अंजाम देने के लिए ऑपरेशन कृष्णा इंडिया नाम दिया है।
संदिग्ध आतंकी गौस मोहम्मद करन खत्री बनकर रह था, इसलिए पुलिस को बढ़ा शक
यूपी पुलिस ने इसी साल इस्लामिक स्टेट के खुरासान मॉड्यूल के एजेंट और मास्टरमाइंड गौस मोहम्मद को अरेस्ट किया था। गौस मोहम्मद लखनऊ में करन खत्री बनकर किराए के मकान में रह रहा था। इसके अलावा 12 सितंबर 2014 को बिजनौर में आईईडी ब्लॉस्ट हुआ था। इसमें मारे गए सिमी आतंकियों (खंडवा जेल से फरार हुए थे) के हाथ में भी कलावा और माथे पर तिलक मिला था। जेल से फरार होने के बाद इन लोगों ने हिंदू नामों से बिजनौर में किराए का मकान लिया था। फिलहाल एजेंसियां एमपी पुलिस से मिले इनपुट्स पर काम कर रही हैं।