तिरुवनंतपुरम : केरल में मुख्यमंत्री और विधायकों के फोन टैप किए जाने के मामले को लेकर कांग्रेस के विधायक अनिल अक्कारा का कहना है कि केरल में फोन टैपिंग अब आम बात हो गई है। Mla
जहां राज्य के मुख्यमंत्री पी विजयन के फोन को टैप किया जा सकता है वहां विधायकों का फोन टैप किया जाना आम बात है।
पहली बार विधायक बने अक्कारा ने विधानसभा में फोन टैपिंग का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और विधायकों के अलावा उनके करीबी रिश्तेदारों के भी फोन टैप किए जाने के मामले सामने आए हैं।
अनिल ने कहा कि इस मुद्दे को सीपीएम समिती में भी उठाया गया था। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में जब एक स्थानीय सीपीएम नेता के एक दुष्कर्म के मामले में शामिल होने वाले मुद्दे को लेकर जब मैं पीड़िता की मदद कर रहा था तो मेरे फोन को भी टैप किया जा रहा था।
मैं कभी भी किसी गैर-कानूनी काम में शामिल नहीं रहा हूं और न ही मेरे पास छिपाने के लिए कुछ है तो अगर मेरा फोन टैप किया जा रहा है तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
वहीं सतर्कता निदेशक जैकब थॉमस का उदाहरण देते हुए अनिल ने कहा कि उन्होंने तो सार्वजनिक तौर पर कहा था कि उनका फोन टैप हुआ है, जिसकी उन्होंने शिकायत भी दर्ज कराई थी। अनिल ने कहा कि जब भी इस तरह का मामला सामने आता है तब तुरंत ही कार्रवाई की जाती है लेकिन यहां किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही।
अनिल ने कहा कि सांसदों और विधायकों के फोन टैप होने के मामले की शिकायत हमने कई बार मुख्यमंत्री से भी की है लेकिन जब उनका ही फोन टैप किया जा रहा हो तो कोई क्या कर सकता है।
अनिल ने कहा कि सत्ता में बैठी सीपीआई ने बीएसएनएल के कर्मचारियों का वामपंथी संगठन बनाकर रखा हुआ है, जब भी इस मुद्दे को उठाया जाता है तब-तब फोन टैपिंग का मामला सामने आता है।
वे अपने नेताओं के फोन भी टैप कराते हैं। आपको बता दें कि जिस समय कांग्रेस विधायक फोन टैप किए जाने का आरोप लगा रहे थे तब सदन में मुख्यमंत्री पी विजयन मौजूद नहीं थे जिसके कारण इस विषय में विधायक को कोई जवाब नहीं मिल सका।