मऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश चुनावों के मद्देनजर राज्य में एक के बाद एक रैली कर रहे हैं, उनकी हर रैली में भारी संख्या में भीड़ उमड़ने का दावा किया जाता है. लेकिन सोमवार को मऊ में हुई उनकी रैली से पहले यहां पर किसानों की गेहूं की फसल को काट दिया गया. Pm
प्रधानमंत्री की जनसभा के पास हेलीपैड बनाए जाने थे, जिसके लिए 27 बीघा गेहूं की फसल काट दी गई. इससे करीब 20 किसान प्रभावित हुए हैं.
उनकी 27 बीघा गेहूं की फसल को पलभर में ही कटवा दिया गया.
किसानों का आरोप है कि फसलों को आनन-फानन में कटवाया गया है.
पीएम मोदी की 1 मार्च को देवरिया में रैली है. यहां भी गेहूं की फसल काटी जा रही है.
इस बारे में बीजेपी के स्थानीय नेता अजय शाही ने कहा कि फसल के लिए पहले से ही बात कर किसानों को उचित मुआवजा दे दिया गया है.
शाही के मुताबिक प्रधानमंत्री की रैली में लोगों का बड़ी संख्या में आना अपेक्षित है, इसलिए सही जगह पर इंतजाम की कोशिश की जा रही थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले बहराइच जिले में 23 फरवरी को भी पीएम मोदी की रैली से पहले गेंहू की फसल काटी गई.
यहां की पीड़िता का कहना है कि वह फसल तैयार होने पर इसे बेचकर बेटी की शादी करने वाली थी लेकिन इसे कटवा दिया. साथ ही फसल का मुआवजा 25 हजार में जबरन तय करके महज 8 हजार रुपये दिए गई.