नई दिल्ली। आजकल BSF जवान का वो वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में BSF जवान ने अधिकारियों पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि जवानों को घटिया खाना दिया जा रहा है। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बवाल मचा हुआ है।
आखिर जो सैनिक सरहदों पर देश वासियों की सुरक्षा करते हैं,उनके साथ ऐसा बर्ताव कुछ रास नहीं आ रहा है। आपको बता दें कि जम्मू में इंटरनेशनल बॉर्डर के करीब ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ के एक जवान ने अफसरों पर संगीन आरोप लगाया है। उसके आरोप के मुताबिक BSF जवानों को घटिया खाना दिया जा रहा है।
उसने ये भी इल्जाम लगाया है कि अफसर राशन को बाजार में बेच देते हैं। उस जवान ने 3 वीडियो बनाए, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। इस जवान ने पीएम मोदी से अपील की है कि वो पूरे मामले की जांच कराएं। सोशल मीडिया पर वायरल इन वीडियो को अब तक करीब साढ़े 5 लाख लोग देख चुके हैं। लेकिन इनमें कितनी सच्चाई है यह हम नहीं कहते है।
सरकार ने मामले को लिया गंभीरता से
लेकिन सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच का भरोसा दिया है। वायरल वीडियो पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया है। उन्होंने गृह सचिव को जांच का आदेश दिया है। बीएसएफ से रिपोर्ट तलब की गई है। जवान के वीडियो पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।
लेकिन सीमा पर अपनी नियमित यात्रा के दौरान मैंने जवानों के बीच सब कुछ सही पाया था। बीएसएफ जवान ने अपने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार भूखा रखा जाता है।
वीडियो के मुताबिक
वीडियो में BSF जवान बता रहा है कि वो किस हालात में काम करते हैं। जवान भूखे पेट रहते हैं। दाल में सिर्फ हल्दी-नमक होता है। जवान कह रहा है कि भारत सरकार सब देती है, वहां से सबकुछ आता है. लेकिन अधिकारी कुछ नहीं देते।
जवानों को नाश्ते में सिर्फ चाय और जले हुए पराठे मिलते हैं। वीडियो बनाने वाले जवान तेज बहादुर ने ‘इंडिया टुडे’ से कहा कि मेरी ड्यूटी बदल दी गई है। मुझे प्लंबर में लगाया गया है।
मेरे ऊपर वीडियो हटाने का दबाव था। मैंने पहले भी वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की थी। इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं दी गई। मेरे साथी जवान वीडियो अपलोड करने से बहुत खुश हैं। मुझे अपनी नौकरी खोने का डर नहीं है.। मैंने जो दिखाया है, वहीं सच्चाई है।