लंदन। संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक रासायनिक निगरानी संस्था ने अपनी जांच के बाद चेतावनी दी है कि इराक और सीरिया से भाग रहे इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी यूरोप में विध्वंसक रासायनिक हमले कर सकते हैं। un warning
पेरिस में इस सप्ताह आयोजित रक्षा सम्मेलन के दौरान ओपीसीडब्ल्यू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वहां से भाग रहे आतंकवादी मस्टर्ड गैस हमला कर सकते हैं। उन्होंने युद्ध के मैदान में इन जहरीले पदार्थों का प्रयोग करना सीखा है।
ओपीसीडब्ल्यू के सत्यापन विभाग के निदेशक फिलिप्पे डेनियर ने कहा, ‘चूंकि आईएसआईएस ने मस्टर्ड गैस बनाना सीख लिया है, ऐसे में यह एक ऐसा खतरा है जिसे हमें झेलना और जिसपर प्रतिक्रिया देना सीख लेना है। दुख की बात है कि इसे कैसे अंजाम देना है यह सीखने वाले लोग वापस हमारे देश लौट रहे हैं और ऐसे हमले करने में मदद कर सकते हैं।’
मस्टर्ड गैस बेहद शक्तिशाली एलर्जी पैदा करता है, विशेष रूप से त्वचा, आंखों और सांस लेने की नली को नुकसान पहुंचाता है। ज्यादा मात्रा में शरीर के अंदर चले जाने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। मस्टर्ड गैस हमले की सबसे बुरी बात यह है कि इसके लक्षण 24 घंटे में दिखने शुरू होते हैं। संगठन द्वारा पिछले महीने की गयी जांच में पता चला है कि आईएसआईएस ने असैन्य आबादी पर इस हथियार का प्रयोग किया है।