लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की बहुप्रचारित रथ यात्रा शुरू हो गयी। अखिलेश के साथ मंच पर मुलायम सिंह यादव और शिवपाल भी पहुंचे। शिवपाल यादव ने इस दौरान अखिलेश को शुभकामनाएं दी और रथ यात्रा को सफल बनाने की अपील की, लेकिन अखिलेश ने शिवपाल यादव के बारे में कुछ नहीं कहा। rath yatra akhilesh
अखिलेश यादव ने कहा है कि यूपी की जनता इतिहास इस बार फिर दोहराएगी। उन्होंने कहा कि तीसरी बार यूपी में रथ चलाने का मौका मिल रहा है। उन्होंने रथ के जरिए ज्यादा से ज्यादा जनता के बीच जाने की बात कही। अखिलेश ने कहा कि यूपी चुनाव देश की दिशा तय करेगा।
शिवपाल ने शुभकामनाएं देते हुये कहा कि उम्मीद है कि ये यात्रा सफल होगी। उन्होंने ये भी कहा है कि वे बीजेपी की सरकार नहीं बनने देंगे। मुलायम सिंह यादव ने भी अखिलेश यादव को रथ यात्रा की कामयाबी के लिये शुभकामनायें दीं।
इसके अलावा रथ यात्रा शुरू होने से पहले ही समाजवादी पार्टी के समर्थक आपस में भिड़ गए। सपा के समर्थकों ने लखनऊ में एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकीं। इन हालात में अखिलेश की रथ यात्रा समाजवादी पार्टी में जारी खींचतान पर विराम लगा पाएगी, इस पर संदेह अब भी बना हुआ है। इस रथ यात्रा से सपा में एकता के दावों की वास्तविकता भी सामने आयी है। हालांकि मुलायम, अखिलेश और शिवपाल की मंच पर एक साथ मौजूदगी जरूर रही लेकिन जिस तरह अखिलेश ने भाषण में शिवपाल के बारे में कुछ नहीं कहा ये इशारा करने के लिये काफी है कि पार्टी में अभी सब कुछ ठीक ठाक नहीं है। rath yatra akhilesh
इससे पहले शिवपाल ने अखिलेश की रथ यात्रा में हिस्सा लेने संबंधी सवालों को टालते हुए कहा था ‘मैं पांच नवंबर को सपा के रजत जयंती समारोह की तैयारियां कर रहा हूं। अगर तीन नवंबर को रथ यात्रा है तो पांच नवंबर को सपा का सिल्वर जुबली कार्यक्रम है।’
शिवपाल ने एक सवाल पर कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को समाजवाद का इतिहास पढ़ना चाहिये। पार्टी में अनुशासन होना बहुत जरूरी है। आपने 24 अक्तूबर को देखा कि जिन लोगों को बैठक में नहीं बुलाया गया था, वे भी उसमें चले आए।
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