ईटानगर। पेमा खांडू अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने रविवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही खांडू देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बन गए हैं। इससे पहले अखिलेश यादव देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री थे। खांडू के साथ चोवना मेन ने भी मंत्री पद की शपथ ली। उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया गया है।
खांडू के सीएम पद की शपथ लेने के साथ ही 6 माह की राजनीतिक उथल पुथल के बाद अरुणाचल प्रदेश में स्थिर सरकार बन गई है। बागी विधायकों को पार्टी में वापस लाने के लिए शनिवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इसमें खांडू को विधायक दल का नेता चुना गया। पेमा खांडू ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। 37 वर्षीय खांडू दिवंगत मुख्यमंत्री दोरजू खांडे के पुत्र हैं। वे दिल्ली के हिंदू कॉलेज से ग्रैजुएट हैं।
पिता के निधन के कारण कम उम्र में ही उनका राजनीति में आगमन हुआ। खांडू का जन्म 21 अगस्त 1979 को तवांग दिले के ग्यांगकर गांव में हुआ। उनकी पहचान मझे हुए राजनेता के तौर पर है। दोरजी खांडू की 2011 में हेलिकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी। पिता के निधन के कारण रिक्त हुई सीट पर जीतकर पेमा खांडू पहली बार अरुणाचल प्रदेश विधानसभा पहुंचे। मुक्तो(एसटी)निर्वाचन क्षेत्र से वह निर्विरोध विधायक चुने गए और जल्द ही जल संसाधन विकास एवं पर्यटन मंत्री के तौर पर राज्य कैबिनेट में शामिल हुए।
साल 2000 में कांग्रेस में शामिल हुए और 2005 में अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव बने। 2010 में तवांग जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में मुक्तो से खांडू फिर निर्विरोध चुने गए। खांडू के पास 129 करोड़ की संपत्ति है। देश के सबसे कम उम्र के सीएम के रूप में एमओ हसन फारुक का नाम दर्ज है। वे 29 साल की उम्र में पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री बने थे।