वाराणसी। शहर की घनी आबादी वाले पितरकुंडा इलाके में मंगलवार रात अवैध पटखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या पांच हो गयी है। विस्फोट इतना तीव्र था कि छत उड़ने के साथ मकान मलबे में तब्दील हो गया। पड़ोस के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए है। तीन लोगों के शव रात में ही बरामद कर लिए गए थे। दो शव आज सुबह निकले गये हैं । मलबे में दो बच्चों के मलबे में दबे होने की आशंका है। cracker factory
एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। मकान पर सपा का बोर्ड लगा है जिस पर महानगर सचिव शकील अहमद लिखा हुआ है। घर में गैस सिलेंडर से आग भी लग गई थी जिसपर फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने काबू पाया। इसी आग ने बारूद को भी चपेट में ले लिया था। सूचना के बाद स्थानीय पुलिस व एसएसपी नितिन तिवारी मौके पर पहुंचे।
बताया कि बम निरोधक दस्ते ने जांच शुरू कर दी है। मरने वालों में 32 वर्षीय सरफराज की शिनाख्त हो सकी है जबकि दो महिलाओं की शिनाख्त होना बाकी है।यह मकान स्वर्गीय मो हनीफ के नाम है। दो मंजिले इस मकान में चार भाइयों सईद, हनीफ, हमीद व खुर्शीद का परिवार व दो किराएदार रहते हैं। शकील अहमद इन भाइयों का भांजा है। घर में अवैध पटाखा बनाने का काम होता है। दीपावली के समय घर में ही जोर शोर से पटाखा बनाने का काम चल रहा था। भारी मात्रा में बारूद भी था। विस्फोट में घायल लड़की ने बताया कि वह अपनी बहन के साथ ऊपर के कमरे में पढ़ रही थी जबकि मां नीचे खाना बना रहीं थीं।
इसी बीच जबरदस्त धमाका हुआ। धमाके के बाद गिरी छत के मलबे में सईद की पत्नी शबनम दब गई। पुलिस ने मलबा हटवा कर महिला को बाहर निकाला। धमाके में शबनम के अलावा 15 वर्षीय सानिया, 15 वर्षीय मनतसा व पड़ोस के 35 वर्षीय मुमताज घायल हो गए। इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल कायम हो गया। आनन फानन घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। घटना में पड़ोसी का मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया। आधी रात के आस-पास मलबा हटाने के दौरान एक-एक कर तीन शव मिलने से हड़कंप मच गया।
पुलिस प्रशासन ने एनडीआरएफ को भी मदद के लिए बुला लिया। आधीरात बाद भी मलबे से धुआं उठ रहा था और शवों की आशंका पर तलाश अभियान जारी था। फिलहाल पुलिस दो किराएदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हादसे में सरफराज, आमना, शबनम, जेबा और निम्मो की मौत हो गयी है। इनमे शबनम, जेबा और निम्मो आपस में बहनें और आमना की बेटी हैं। आमना के पति का पहले ही इंतकाल हो चुका है। हादसे में आमना का पूरा परिवार खत्म हो गया है। cracker factory
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