उत्तरप्रदेश के आगरा जिले में रुनकता स्थित केपी केपीएस कॉलौनी में किराए के मकान में संचालित निजी अनाथ आश्रम में दूषित खान-पान से बुधवार सुबह 20 बच्चे बीमार हो गए। उल्टी, दस्त, पेट दर्द और बुखार से कांपते बच्चों को एसएन की इमरजेंसी में इलाज के लिए भर्ती किया गया।
दुर्गा बाल सेवा संस्थान के नाम से रुनकता पुलिस चौकी के सामने केपीएस कॉलौनी में किराए के मकान में अनाथ आश्रम एक साल पहले खुला था। यहां बच्चों को रात में खुली छत पर सुलाया जाता है। मंगलवार रात छत पर सो रहे बच्चों की तबतियत बिगड़ गई। उल्टी, दस्त और बुखार से रात भर बच्चों की हालत खराब रही।
चार बच्चों की हालत गंभीर थी। सुबह पांच बजे सरकारी एबूलेंस से 20 बीमार बच्चों में 18 बच्चों को गंभीर हालत में इमरजेंसी स्थित बाल रोग वार्ड में भर्ती किया। सूचना पर सीएमओ ने इमरजेंसी पहुंच गए। यहां बच्चों के इलाज की व्यवस्थाएं देखीं। उधर, अनाथ आश्रम पर एसडीएम किरावली अनीता सिंह जांच के लिए पहुंची हैं। इमरजेंसी में भर्ती 18 बच्चों में 6 बच्चों को शाम चार बजे परिजन छुट्टी करा ले गए। 12 बच्चों का इलाज अभी चल रहा है।
सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने बताया कि फूड पाइजनिंग की वजह से बच्चों की तबियत खराब हुई। गर्मी में दूषित खाने से बुखार हो सकता है। अनाथम आश्रम दुर्गा बाल सेवा संस्थान में छह कमरे हैं। यहां 60 बच्चे रहते हैं। एक कमरे में रसोई है। दो कमरों में संचालक परिवार रहता है। तीन कमरों में 60 बच्चों को ठूंस-ठूंस कर रखा जाता है। अनाथ आश्रम संचालिका नेहा यादव ने कहा कि हमारे यहां विधवा मां, बुजुर्ग परिजन अपने बच्चों को छोड़ जाते हैं। दानदाता आश्रम का खर्च उठाते हैं। रात के खाने में बच्चों को दाल रोटी दी गई थी। सुबह बच्चों की तबियत बिगड़ गई।