यूक्रेन पर रूस के हमले का यह तीसरा हफ्ता है। अमेरिका रूस से टक्कर लेने के लिए यूक्रेन को 20 करोड़ डॉलर की और सैन्य सहायता देने जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर किया। इस रकम से यूएस द्वारा यूक्रेन के लिए सैन्य प्रशक्षिण सहित रक्षा सामग्री के लिए अतिरक्ति 20 करोड़ डॉलर की मंजूरी दी गई। इस घोषणा के बाद यूक्रेन को पिछले एक साल में दी गई कुल सुरक्षा सहायता 1.2 अरब डॉलर हो गई है।
यूक्रेन पर रूसी हमले का यह तीसरा हफ्ता है। इस महीने की शुरुआत में अमेरिका यूक्रेन के लिए 35 करोड़ डॉलर के पैकेज को मंजूरी दे चूका था। रक्षा विभाग के मुताबिक़ 1961 का विदेशी सहायता अधिनियम (एफएए) एक राष्ट्रपति को “संयुक्त राज्य की संपत्ति या सेवाओं के स्वभाव” को बजटीय विनियोग या विधायी प्राधिकरण के बिना विदेशी राष्ट्रों के लिए अधिकृत करने की इजाज़त देता है।
बाइडेन ने हाउस डेमोक्रेटिक कॉकस के सदस्यों को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि अमेरिका ‘यूक्रेन में तीसरा विश्व युद्ध नहीं लड़ने जा रहा है’, लेकिन उन्होंने यह ‘कड़ा संदेश भी भेजा कि वॉशिंगटन नाटो के दायरे में आने वाली हर इंच जमीन की रक्षा करेगा।’
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने लातविया, एस्टोनिया, लिथुआनिया और रोमानिया जैसे देशों में रूस से सटी सीमा पर अपने 12 हजार सैनिक भी भेजे हैं। हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि वह यूक्रेन में तीसरा विश्व युद्ध नहीं लड़ने जा रहे। बाइडेन ने हाउस डेमोक्रेटिक कॉकस के सदस्यों को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि अमेरिका ‘यूक्रेन में तीसरा विश्व युद्ध नहीं लड़ने जा रहा है’, लेकिन उन्होंने यह ‘कड़ा संदेश भी भेजा कि वॉशिंगटन नाटो के दायरे में आने वाली हर इंच जमीन की रक्षा करेगा।’
दूसरी तरफ अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगर कीव चाहता है, तो अमेरिका यूक्रेन में शांति प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए रूस के साथ कूटनीति बातचीत में शामिल होने के लिए तैयार है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया,”अगर ऐसे राजनयिक कदम, जो हम उठा सकते हैं, जो यूक्रेनी सरकार के अनुसार मददगार होंगे, तो हम उन्हें लेने के लिए तैयार हैं। हालांकि हम जमीनी हकीकत देखकर रूस के इरादों के बारे में बिल्कुल स्पष्ट हैं।”