रूस ने माना है कि यूक्रेनी सैनिक अब रूस के 10 किलोमीटर अंदर तक दाखिल हो चुके हैं। इसे रूस-यूक्रेन जंग की शुरुआत के बाद से यूक्रेन की ओर से अब तक का सबसे बड़ा पलटवार बताते हुए कहा जा रहा है।
ब्रिटिश समाचार एजेंसी के अनुसार, फरवरी 2022 में मॉस्को द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद यह पहली बार है कि यूक्रेनी सेना ने यह सफलता पाई है।
रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उसकी सेना ने यूक्रेनी सैनिकों को टॉलपिनो और ओब्शिकोलोडिस गांवों के पास आगे बढ़ने से रोक दिया है।
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कीव पर रूस की शांतिपूर्ण आबादी को आतंकित करने का आरोप लगाया है।
विदेशी मीडिया के मुताबिक़, यूक्रेनी सेना रूस की सीमा के 10 किलोमीटर अंदर तक प्रवेश कर गई है। टास न्यूज एजेंसी के मुताबिक़, रूसी प्रांत कुर्स्क के गवर्नर एलेक्सी स्मर्नोव ने जानकारी दी है कि हमलों को देखते हुए 76 हजार लोग घर छोड़ कर जा चुके हैं।
बीबीसी की एक रिपोर्ट में रूस-यूक्रेन जंग की शुरुआत के बाद से यूक्रेन की ओर से अब तक का सबसे बड़ा पलटवार बताते हुए कहा गया है कि यूक्रेन के एक हजार से ज्यादा सैनिक, 20 बख्तरबंद गाड़ियां और 11 टैंक रूस में मौजूद हैं। उन्होंने कई गांवों पर कब्जा कर लिया है। उनका अगला टारगेट सुद्जा शहर बताया जा रहा है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कल रात अपने संबोधन में पहली बार सीधे तौर पर हमले की बात स्वीकार की है। अपने संबोधन में कल रात उन्होंने कहा कि रूस ने इस गर्मी में कुर्स्क से सीमा पार से दो हज़ार हमले किए हैं।
आगे उन्होंने कहा कि हम रूसी तोपखाने, मोर्टार, ड्रोन के अलावा रूस के हर मिसाइल हमले का रिकॉर्ड रखते हैं ताकि हम इन हमलों का उचित जवाब दे सकें।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के अनुसार एक वरिष्ठ यूक्रेनी अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन में हजारों सैनिक शामिल हैं, जो रूसी सीमा रक्षकों द्वारा शुरू में रिपोर्ट की गई छोटी घुसपैठ से कहीं अधिक है।
हालाँकि यूक्रेनी समर्थित विध्वंसक समूहों ने समय-समय पर सीमा पार से घुसपैठ की है, कुर्स्क आक्रमण को कीव की पारंपरिक ताकतों द्वारा रूसी क्षेत्र पर सबसे बड़ा समन्वित हमला बताया जा रहा है।