“बन्दूक नहीं कैमरे को बनाया हथियार”
आपको बता दें कि इजराइल के विरोध में तमीमी का पूरा परिवार इजराइली सैनिकों के साथ कई सालों से संघर्ष कर रहा है. इस संघर्ष में अहद की 10 वर्षीय बहन ने पिछले साल इजराइल के विरोध में प्रदर्शन किया था. उन्होंने इतनी छोटी उम्र में अपने कई परिवार वालों को इजराइली सैनिकों के साथ हुई मुठभेड़ में मरते हुए देखा है.
उन्होंने छोटी सी उम्र में इजराइल के खिलाफ लड़ाई लड़ना शुरू कर दिया था. अपने परिवार वालों की मौत के बाद जाना अय्याद ने हथियार उठाने की बजाए कैमरा उठाया, ताकि वह इजराइल में हुई हर छोटी से छोटी घटना को सोशल मीडिया पर तुरंत अपलोड कर सकें.