नेवादा : अमेरिका के एक कोर्ट ने मंगलवार को बलविंदर सिंह (42) नाम के व्यक्ति को 15 साल की सजा सुनाई। बलविंदर पर कथिथ तौर पर भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने और अलग सिख देश बनाने का आरोप लगा था। Terrorist
इसके अलावा इस पर एक भारतीय अफसर की हत्या का भी आरोप था। अमेरिकी कोर्ट ने बलविंदर पर लगे आरोपों को गंभीर माना और ये सजा सुनाई।
कोर्ट में जमा किए गए डाक्यूमेंट्स के मुताबिक बलविंदर सिंह ने अलग सिख देश बनाने की साजिश रचने वाले आतंकियों को सामान मुहैया करवाया, साथ ही इस पर दो आतंकी गुटों का सदस्य रहने भी आरोप लगा।
वहीं इन आरोपों पर आरोपी बलविंदर सिंह ने माना है कि वो साउथ एशिया में कई जगहों पर जाने के लिए उसने एक अन्य साजिशकर्ता की मदद ली और कई बार जरूरी चीजें मुहैया करवाई थी।
बलविंदर का खालिस्तान के कई आतंकियों से संबंध था। बलविंदर ने आतंकियों की कई तरीकों से मदद की जिसमें चोरी छिपे डॉक्युमेंट्स मुहैया कराना भी शामिल था।
बलविंदर पर लगे आरोप की सुनवाई करते हुए जज लैरी हिक्स ने उसे दोषी करार देते हुए 180 महीने(15 साल) जेल में रहने की सजा सुनाई। आरोपी बलविंदर का मकसद एक अलग सिख राज्य बनवाना था।
अमेरिका के नेवादा शहर के अटॉर्नी डेनियल बोगडेन और एफबीआई के स्पेशल एजेंट एरॉन सी राउज ने बताया कि बलविंदर सिंह पर सिख राज्य बनाने की साजिश रचने के साथ आतंकियों को सपोर्ट करने और कई तरह का सामान देने का गंभीर आरोप था।
एफबीआई के अफसर ने बताया कि, “बलविंदर रेनो शहर का रहने वाला है। वह दो आतंकी गुटों का मेंबर था। वह अफसरों को धमकाता था। जो उसकी मदद नहीं करता था, उसे नुकसान पहुंचाता था।” बलविंदर कई बार दूसरे साजिशकर्ता से मिलने के लिए रेनो से कैलिफोर्निया शहर भी जाया करता था।
कोर्ट के डॉक्यूमेंट के अनुसार सितंबर से दिसंबर के बीच बलविंदर पर खालिस्तान बनाने के लिए भारत के अलग- अलग हिस्सों में धमाके करने की योजना बना रहा था।
अक्टूबर 2013 में इसने भारत जाकर धमाके करने की योजना बनाई थी लेकिन ये सफल नहीं हो सका। इसे दिसंबर 2013 में अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया।