सेन्ट्रल विस्टा के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी नया विधानभवन बनाने की तैयारी है। इस वर्ष 25 दिसंबर को अटल जयंती पर इसका शिलान्यास होने और 2027 तक इसे पूरा किये जाने का अनुमान है।
सेंट्रल विस्टा की तरह ही नया विधानभवन भी ज़्यादा स्पेस के साथ आधुनिक सुविधाओं और तकनीक से युक्त होगा। इस इमारत के निर्माण के माध्यम से प्रदेश की संस्कृति को दर्शाने का भी प्रयास किया जाएगा।
प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ लखनऊ के दारुलशफा इलाके में नए विधानभवन का निर्माण कराया जाएगा। एक अनुमान के अनुसार इस प्रोजेक्ट पर करीब तीन हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसके निर्माण कार्य में तीन वर्ष का समय लग सकता है।
नए संसद भवन की तर्ज पर लखनऊ में बनने वाले विधानभवन पर अनुमानित लागत तीन हजार करोड़ रुपये बताई जा रही है जबकि सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में फिलहाल 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था कर रखी है।
यूपी की योगी सरकार नए विधानभवन के मेगा प्रोजक्ट को शुरू करने जा रही है। यूपी के लिए नया विधानभवन बनेगा जिसमें विधानसभा और विधान परिषद चलेगी। मौजूदा असेंबली परिसर के सामने दरुलशफा इलाके के आसपास की जमीन ली जाएगी। यह प्रोजेक्ट सेंट्रल विष्टा की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसकी… pic.twitter.com/Ip2yS7A68N
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) September 20, 2023
प्रदेश में नए विधानभवन के निर्माण को लेकर अटल जयंती यानी 25 दिसंबर को इसका शिलान्यास कराए जाने का अनुमान है। ख़बरों के मुताबिक़ नई इमारत के लिए दारुलशफा सहित आस पास के इलाके की मिट्टी की जांच का काम शुरू हो गया है।
राज्य की बढ़ती आबादी के साथ ही भविष्य में परिसीमन के बाद विधानसभा क्षेत्रों की संख्या बढ़ना लाज़िमी है। ऐसे में लगभग एक सदी पुराने विधानभवन में भी स्पेस की तंगी के अलावा आधुकिन सुविधाओं और तकनीक संबंधी समस्याओं का हवाला दिया गया है।
अलग अलग जगह से लिए गए मिट्टी के नमूनों की जाँच की रिपोर्ट आने के बाद नए विधानभवन के निर्माण का स्थल तय किया जाएगा।
गौरतलब है कि वर्तमान भवन का उद्घाटन 1928 में हुआ था, जिसे बढ़ती जनसँख्या और बदलती टेक्नोलॉजी के चलते अनुकूल नहीं पाया जा रहा है।