नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति के बाद भीड़ का अभिवादन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजपथ पर अचानक चहलकदमी करने के उनके फैसले से उनके सुरक्षाकर्मियों के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीं। Narendra modi
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी तथा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राजकुमार व परेड के मुख्य अतिथि मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के समारोह स्थल से रवाना होने के तुरंत बाद राजपथ के दोनों ओर बैठे लोगों का मोदी ने अभिवादन किया।
मोदी पहले उन लोगों के पास पहुंचे जो सलामी मंच के सामने बैठे थे और उसके बाद दूसरी तरफ बैठे लोगों तक पहुंचने के लिए उन्होंने सड़क पार किया।
इस दौरान चिंतित सुरक्षाकर्मी मोदी के साथ रहे और उनके चारों तरफ सुरक्षा घेरा बनाए रखा।
इससे पहले देश के 68वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर विजय चौक से ऐतिहासिक लालकिले तक देश की आन-बान-शान का शानदार नजारा देखा गया जिसमें प्राचीन काल से चली आ रही भारत की अनूठी एकता में पिरोई विविधताओं वाली विरासत, आधुनिक युग की विभिन्न क्षेत्रों की उसकी उपलब्धियां और देश की सुरक्षा की गारंटी देने वाली फौज की क्षमता का भव्य प्रदर्शन हुआ।
गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि अबु धाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान थे। परेड में यूएई के सैनिकों की एक टुकड़ी ने अपने देश के ध्वज के साथ हिस्सा लिया जिसमें उसका संगीत बैंड शामिल था ।
यूएई के दस्ते में 149 जवान शामिल थे जिसमें 35 संगीतकार हैं। सलामी मंच पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की मौजूदगी में राजपथ पर गुरुवार (26 जनवरी) को भारत की संस्कृति के रंगों और रक्षा क्षेत्र की ताकत का प्रदर्शन किया गया।
परेड में जहां सारी दुनिया में सबसे अधिक विभिन्नता वाले देश भारत को एक सिरे में पिरोने वाली उसकी हर कोने की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाया, वहीं अत्याधुनिक हथियारों, मिसाइलों, विमानों और भारतीय सैनिकों के दस्तों ने देश के किसी भी चुनौती से निपट सकने की ताकत का अहसास कराया।
सबसे अंत में रोमांच से भर देने वाले वायु सेना के अत्याधुनिक विमानों को राजपथ के ऊपर से हैरतअंगेज कारनामों के साथ उड़ान भरते देख कर उन विमानों की ताकत के साथ ही वायुसेना के पायलटों का हुनर और जांबाजी का अहसास हुआ।