एक्सेस नाउ और कीप इट ऑन की रिपोर्ट से पता चलता है कि साल 2023 में भारत में 116 बार इंटरनेट शटडाउन किया गया। इस अवधि में किसी एक क़स्बे या शहर में इंटरनेट सुविधा बाधित करने के बजाय पूरे राज्य में इसे प्रतिबंधित करने का चलन बढ़ा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी दुनिया में कुल 283 इंटरनेट शटडाउन को मंजूरी दी गई। ये मंज़ूरी दुनिया के 39 देशों में दी गई।
2023 में भारत में इंटरनेट ब्लैकआउट न केवल भौगोलिक रूप से बढ़ा बल्कि लंबे समय तक जारी रहा। पांच दिन या उससे अधिक समय तक चलने वाले शटडाउन का अनुपात 2022 में 15 प्रतिशत से बढ़कर 2023 में 41 प्रतिशत से अधिक हो गया।वहीँ 2019 की तुलना में ये उछाल 28 प्रतिशत अधिक रहा।
बताते चलें कि एक्सेस नाउ और कीप इट ऑन की रिपोर्ट के माध्यम से साल 2016 से इंटरनेट शटडाउन के आंकड़ों को जुटाया जा रहा है।
जनवरी से अक्टूबर 2023 के बीच केंद्र सरकार ने 7,502 यूआरएल को ब्लॉक करने के आदेश जारी किए। मणिपुर में 212 दिनों के राज्यव्यापी इंटरनेट ब्लैकआउट से लगभग 3.2 मिलियन लोग प्रभावित हुए। यहाँ अनिवार्य रूप से सभी मोबाइल नेटवर्क प्रभावित रहे।
इसी क्रम में हरियाणा और पंजाब के में भी लगभग 27 मिलियन लोग लगातार इंटरनेट ब्लैकआउट से प्रभावित हुए। 2023 में जम्मू-कश्मीर में 17 बार इंटरनेट बंद किया गया।