ईरान की इस्लामी क्रांति फ़ोर्स की अल-क़ुद्स ब्रिगेड के कमांडर इन चीफ़ जनरल क़ासिम सुलेमानी ने इराक़ के ग्रांड मुफ़्ती शेख़ मेहदी सुमैदेई से मुलाक़ात की है।
इराक़ में सुन्नी मुसलमानों के धार्मिक संगठन दारुल फ़तवा ने एक बयान जारी करके कहा है कि इराक़ के सुन्नी मुसलमानों के वरिष्ठ मुफ़्ती शेख़ मेहदी सुमैदेई के साथ मुलाक़ात में जनरल सुलेमानी के साथ इराक़ी स्वयं सेवी बल हश्दुश्शाबी के उप प्रमुख अबू मेहदी अल-मोहंदिस भी उपस्थित थे।
ईरान के लोकप्रिय जनरल सुलेमानी ने इस मुलाक़ात में इराक़ के मुफ़्ती-ए-आज़म शेख़ सुमैदेई को हज़रत अली (अ) की तलवार ‘ज़ुलफ़िक़ार’ का प्रतीक उपहार में पेश किया और कहा, हज़रत अली (अ) की तलवार सच्ची भावना की निशानी है, जिससे फ़िलिस्तीन की आज़ादी में मदद मिलेगी।
शेरे ख़ुदा हज़रती अली (अ) की तलवार का प्रतीक उपहार में पाकर इराक़ी सुन्नी मुसलमानों के सबसे वरिष्ठ मुफ़्ती बहुत प्रसन्न हैं और उन्होंने इसे अपने लिए दुनिया का सबसे मुल्यवान तोहफ़ा क़रार दिया है।
ग़ौरतलब है कि शेख़ सुमैदेई इराक़ और दुनिया भर में मुसलमानों की एकता के समर्थक हैं और वे मुसलमानों से तकफ़ीरी विचारधारा से दूरी बनाए रखने की सिफ़ारिश करते रहे हैं।
यही कारण है कि तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश ने ग्रांड मुफ़्ती पर जान लेवा हमला करके उनकी जान लेने की नाकाम कोशिश की थी।