पिछले दिनों लोकप्रिय अभिनेताओं को निशाना बनाने वाले कई ‘डीपफेक’ वीडियो वायरल हुए। एआई के इस दुरुपयोग ने चिंता के साथ आक्रोश को भी बढ़ावा दिया है।
फ़िल्मी हस्तियों को टारगेट करने वाले कई ‘डीपफेक’ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नकली आख्यान बनाने के लिए प्रौद्योगिकी एवं उपकरणों के दुरुपयोग को लेकर सरकार सतर्क हो गई है। सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों को कड़े शब्दों में उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर समुचित कदम उठाने की बात कही है।
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा- ‘साइबर धोखाधड़ी एक ऐसा मुद्दा है जिसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है और साइबर धोखाधड़ी को लेकर हम राज्य सरकारों के साथ लगातार संपर्क में हैं।’
इस पर सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स राज्यमंत्री चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर जानकारी दी है कि सोशल मीडिया मंचों को नए नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने के साथ ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं के विश्वास एवं सुरक्षा पर सरकार का विशेष ध्यान है।
‘डीपफेक’ तथा भ्रामक सूचना के मुद्दे से निपटने के लिए केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने उठाए गए कदमों की सोशल मीडिया प्लेटफार्म के साथ समीक्षा करते हुए अगले दो दिन में शत-प्रतिशत अनुपालन को लेकर परामर्श जारी किये जाने की बात कही।
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— Asianetnews Hindi (@AsianetNewsHN) December 6, 2023
प्लेटफार्मों को स्पष्ट रूप से जानकारी दी गई है कि आईटी नियमों के तहत चिह्नित 11 “उपयोगकर्ता को नुकसान” या “अवैधताएं” वास्तव में भारतीय दंड संहिता में समकक्ष प्रावधानों के लिए मैप की गई हैं।
बताते चलें कि 24 नवंबर को आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। उन्होंने कंपनियों को डीपफेक पर निर्णायक रूप से कार्रवाई करने और अपनी उपयोग की शर्तों को नियमों के अनुसार संरेखित करने के लिए सात दिन का समय था।