बहरैन की तानाशाही सरकार ने लगातार छठे हफ़्ते देराज़ इलाक़े में जुमे की नमाज़ पर रोक जारी रखी।
आले ख़लीफ़ा के सैनिकों ने इमामे जुमा और नमाज़ियों को इस इलाक़े की मस्जिद में जाने से रोक दिया।
आले ख़लीफ़ा शासन के इस क़दम की दुनिया भर के मुसलमान कड़ी आलोचना कर रहे हैं।
दूसरी ओर शुक्रवार को बहरैन के विभिन्न इलाक़ों में जनता पर आले ख़लीफ़ा शासन के अत्याचारों के विरुद्ध प्रदर्शन हुए हैं।
बहरैन में फ़रवरी 2011 से जनांदोलन जारी है और जनता देश में राजनीतिक सुधारों की मांग को लेकर सड़कों पर है।