पटना : नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में उत्पाद मंत्री अब्दुल जलील मस्तान की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी से बिहार की सियासत गर्म है। Abdul jaleel
भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए ने आज (गुरुवार को) दूसरे दिन भी विधान सभा की कार्यवाही नहीं चलने दी। विपक्ष मंत्री मस्तान की बर्खास्तगी की मांग कर रहा है।
गुरूवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई भाजपा के विधायकगण नेता विपक्ष प्रेम कुमार की अगुवाई में मंत्री की बर्खास्तगी की मांग पर सदन में हंगामा करने लगे।
स्पीकर विजय कुमार चौधरी ने हंगामा कर रहे विधायकों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन वो नहीं माने।
तब विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इस मांग के समर्थन में एनडीए के विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन मार्च किया और राज्यपाल रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर अब्दुल जलील मस्तान को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की।
इस बीच मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने मीडिया से कहा है कि मैंने अपने बयान पर माफी मांग ली है, अब क्या फांसी पर चढ़ जाऊं? मस्तान ने कहा कि अगर उनके बयान से किसी को दुख पहुंचा है तो इसके लिए माफी मांगते हैं।
इधऱ, पटना के बांकीपुर से भाजपा विधायक नितिन नवीन ने कोतवाली थाने में मंत्री अब्दुल जलील मस्तान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
अपने आवेदन में नवीन ने मंत्री की नागरिकता की जांच कराने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है। जलील के बयान पर सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया है। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मंत्री के बयान को गलत करार दिया है।
गौरतलब है कि मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने पिछले 22 फरवरी को नोटबंदी के विरोध में पूर्णिया में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर समर्थकों से जूता मरवाया था।
बताया जा रहा है कि मंत्री मस्तान ने लोगों को ऐसा करने के लिए उकसाया था। इतना ही नहीं मस्तान ने पीएम के लिए अपशब्द भी कहे थे।
मंत्री मस्तान ने कहा, ‘’वो पीएम नहीं है, वो नक्सलाइट है, उग्रवाद है, डकैत है और लोगों को तरह-तरह से सताने वाला है।’’ बता दें कि अब्दुल जलील मस्तान कांग्रेस के विधायक हैं और कांग्रेस कोटे से राज्य के आबकारी मंत्री हैं। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी जलील के बयान की निंदा की है।