उत्तर प्रदेश सरकार ने बच्चों की पढ़ाई के लिए प्रत्येक वर्ष तीन हज़ार रुपए देने का फैसला किया है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने कुछ शर्तें निर्धारित की हैं।
इस योजना के तहत यूपी की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के रूप में कार्य करने वाली महिलाओं को लाभ मिल सकेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, यह योजना आरक्षण सहित लागू होगी। उदहारण के लिए इनमे से 50 प्रतिशत सीटें विधवा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को दी जाएंगी जबकि शेष 25 प्रतिशत सीटें छात्राओं तथा 25 फीसदी सीटें आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए हैं।
प्रदेश की योगी सरकार आंगनवाड़ी और सहायिकाओं के बच्चों को सहायता राशि प्रदान करेगी। इसके तहत नवीं से बारहवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को इस योजना का फायदा मिलेगा।
ख़बरों के मुताबिक़, इस योजना को चार वर्ष के लिए लागू किया जा रहा है। योजना के तहत हर साल बच्चों को मिलने वाली 3 हज़ार रुपए की सहायता राशि सीधे आंगनवाड़ी वर्कर्स और सहायिकाओं के खाते में भेजी जाएगी।
गौरतलब है कि प्रदेश में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की तनख्वाह बहुत कम होती है। कम आमदनी में बच्चों की फीस देना उनके लिए काफी मुश्किल हो जाता है। इन्हीं समस्याओं के मद्देनजर यूपी सरकार ने बच्चों की पढ़ाई के लिए हर साल 3000 रुपए देने का फैसला किया है।