बांग्लादेश में होने वाले तख्तापलट और वहां की राजनीतिक उथल-पुथल पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से किसी तरह की भी भड़काऊ टिप्पणियां करने से बचने की अपील की है।
सोमवार को बांग्लादेश के राजनितिक भूचाल के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि इस बात का फैसला भारत सरकार करेगी कि इस मुद्दे पर कैसे निपटा जाए। सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हुए उन्होंने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील है कि वे भड़काऊ टिप्पणियां करने से बचें, जिससे देश की शांति बनी रहे।
बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के नेताओं ने सेना की अंतरिम सरकार को खारिज कर दिया है। आंदोलन के नेताओं ने देश में सेना द्वारा अंतरिम सरकार की स्थापना को खारिज करते हुए अपनी अध्यक्षता में अंतरिम सरकार की स्थापना की मांग की है।
इस बीच बांग्लादेश में शेख हसीना वाजिद के विरोध में अहम भूमिका निभाने वाले नेता नाहीद इस्लाम ने अंतरिम सरकार को मान्यता देने से इनकार कर दिया और कहा कि देश में अंतरिम सरकार हमारे प्रस्तावों पर बनेगी।
इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं द्वारा टिप्पणी किए जाने के जवाब में ममता बनर्जी ने कहा- “मैं बंगाल के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करती हूं। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। यह दो देशों के बीच का मामला है, केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी हम उसका समर्थन करेंगे।”
सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पिछले महीने ही कोलकाता की एक रैली को संबोधित करते हुए बांग्लादेश के शरणार्थियों को आश्रय देने की बात कह चुकी है। उनके इस बयान पर काफी विवाद हुआ था।
अपने इस बयान और वर्तमान स्थितियों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कहा कि मैं बांग्लादेश के बारे में कुछ नहीं बोल सकती, क्योंकि वह एक अलग देश है। आगे उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस बारे में बात करेगी, लेकिन अगर बांग्लादेश के असहाय लोग बंगाल का दरवाजा खटखटाते हैं, तो हम उन्हें आश्रय देंगे।
गौरतलब है कि सोमवार को हुए घटनाक्रम में शेख हसीना के मुल्क छोड़ने के बाद हजारों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में प्रवेश कर गए और तोड़फोड़ की। इस बीच प्रदर्शनकरियों ने ढाका में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता और पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान की प्रतिमा को भी तोड़ दिया।
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी यानी बीएनपी के महासचिव ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। बांग्लादेश सेना प्रमुख ने इस विषय पर अपने बयान में कहा है कि सभी अन्यायों से निपटा जाएगा, हर हत्या से निपटा जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इस्तीफा दे चुकी हैं और हम अब एक अंतरिम सरकार बनाकर व्यवस्था बहाल करेंगे।
बताते चलें कि किसी अज्ञात स्थान से छात्र आंदोलन के प्रमुख नेताओं ने अपने वीडियो संदेश में सेना से नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मुहम्मद यूनिस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार स्थापित करने की मांग की है।
वीडियो संदेश देने वाले नेताओं में नाहिद इस्लाम, आसिफ महमूद और अबुबकर मजूमदार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. यूनिस अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं।सन्देश में अन्य सदस्यों के नाम आज दिये जाने की भी बात कही गई है।
तलबा तहरीक के नेता नाहिद इस्लाम ने कहा कि डॉ. यूनिस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में नागरिक समाज समेत सभी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा, यह सरकार अगले 24 घंटों में अपना काम शुरू कर देगी।