प्रधानमंत्री मोदी रूस के दो दिन के दौरे पर हैं। इस यात्रा में उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के समक्ष रूसी सेना में फंसे भारतीयों का मुद्दा उठाया। जवाब में रूस द्वारा रूसी सेना में मौजूद सभी भारतीयों को बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया है।
गौरतलब है कि इस समय दर्जनों भारतीय रूसी सेना में रूस-यूक्रेन युद्ध में मोर्चे पर तैनात हैं। इन सैनिकों को धोखा देकर सेना में भर्ती किए जाने का खुलासा हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार शाम राष्ट्रपति पुतिन के साथ डिनर के दौरान यह मुद्दा उठाया। जिस पर रूसी राष्ट्रपति अपनी सेना में कार्यरत सभी भारतीयों को बर्खास्त करने के साथ उनकी वतन वापसी में मदद करने पर राजी हो गए।
गौरतलब है कि करीब दो दर्जन भारतीयों को अच्छे वेतन का लालच देकर एजेंटों द्वारा रूसी सेना में भर्ती किये जाने का मामला सामने आया था।
यूक्रेन युद्ध में मोर्चे पर तैनात इन भारतीयों का इस वर्ष की शुरुआत में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पंजाब और हरियाणा के कुछ लोगों को रूसी सेना की वर्दी में तैनात देखा गया था।
वीडियो में भारतीयों द्वारा उन्हें यूक्रेन में युद्ध लड़ने के लिए धोखा देकर भेजे जाने की भी बात कही गई थी। इन भारतीयों ने सरकार से उनकी वतन वापसी के लिए प्रयास करने की अपील की थी।
वीडियो सामने आने के बाद भारतीय जांच एजेंसियों ने इस तरह का काम करने वाले एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की और भारतीयों की तस्करी करने के साथ एक गिरोह का भंडाफोड़ भी किया। जांच के दौरान जानकारी से खुलासा हुआ कि एजेंटों ने करीब 35 भारतीयों को रूस भेजा था।
सोमवार शाम को प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आवास पर उनसे मुलाकात की। प्रधानमंत्री मंगलवार को राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और मॉस्को में 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे। रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से पीएम मोदी की यह रूस की पहली यात्रा है।