हांग झोउ। जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने चीन के हांगझोउ पहुंचे पीएम मोदी ने रविवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई। तीन महीने के भीतर दोनों नेताओं की यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले जून में उन्होंने ताशकंद में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से इतर मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद जिनपिंग ने कहा, ‘उनका देश भारत से अच्छे रिश्ते चाहता है और वे भारत-चीन के संबंधों को और आगे ले जाना चाहते हैं।’
पीएम मोदी ने बातचीत में आतंकवाद का मुद्दा उठाया। पीएम ने कहा कि आतंकवाद के सप्लायर्स की पहचान होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने पीओके में चीनी कॉरिडोर और एनएसजी का मुद्दा भी उठाया।
शनिवार को चीन पहुंचने के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने मोदी के आगमन के बारे में ट्वीट करते हुए कहा, ‘हनोई में सुबह, हांगझोउ में रात।’ वियतनाम के दो दिवसीय दौरे के बाद मोदी यहां पहुंचे हैं। दोनों देशों के बीच मतभेद का विषय बने मुद्दों में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा भी शामिल है, जो पाक अधिकृत कश्मीर से होकर गुजरता है। द्विपक्षीय वार्ता में पीएम मोदी ने किर्गिस्तान के बिशकेक में चीनी दूतावास में हुए विस्फोट की निंदा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, ‘हांगझोउ में पहली बैठक मेजबान के साथ हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की।’ दोनों नेताओं के बीच यह बैठक कई विवादित मुद्दों की पृष्ठभूमि में हुई है। इन मुद्दों में पाकिस्तान के आतंकी संगठनों को संयुक्त राष्ट्र में सूचीबद्ध किए जाने, चीन द्वारा परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता रोकी जाने और 46 अरब डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का मुद्दा शामिल है।
जी-20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अलावा अन्य देशों के नेता आर्थिक वृद्धि और कारोबार बढ़ाने के लिए जरूरी वैश्विक सहयोग पर चर्चा करेंगे। मोदी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैलकम टर्नबुल और सऊदी अरब के नायब शहजादा मोहम्मद बिन सलमान से भी द्विपक्षीय बातचीत करेंगे।
इससे पहले पीएम मोदी ने दो दिवसीय वियतनाम यात्रा के दौरान 12 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने मोदी को अलविदा कहते हुए दिखाने वाली एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘वियतनाम में कूटनीति का एक व्यस्त दिन रहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी 20 शिखर सम्मेलन में शरीक होने के लिए हांगझाउ रवाना हो गए हैं’। विवादित दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे के बीच उनकी दो दिवसीय यात्रा के प्रथम चरण में भारत ने अपना रक्षा सहयोग मजबूत करने के लिए वियतनाम को 50 करोड़ डॉलर की कर्ज सुविधा देने की घोषणा की।